भारत एक ऐसा देश हैं, जहाँ पर छोटे से बड़े सभी चीजों की संभावना हैं। विश्व का कोई भी देश हो चाहे विकसित या विकासशील या पर्यटन स्थलों वाला देश हो, स्ट्रीट फूड उस देश की संस्कृति और परम्परा का महत्वपूर्ण हिस्सा होता हैं।
दुनिया का शायद ही कोई ऐसा देश होगा, जहाँ सड़क, गली, चौराहा या नुक्कड़ के किनारे खाने- पीने की वस्तुएं न मिलती हो और शायद ही ऐसा कोई देश होगा जहाँ के स्थानीय लोगों या फिर पर्यटकों के द्वारा सड़क किनारे खाने की वस्तुओं को खाया न जाता हों।
हमारे देश में क्या गरीब और क्या अमीर सभी जी भर कर स्ट्रीट फूड का स्वाद लेते हैं। कम से कम गली हो या चौराहा जहाँ पर सभी चलते हुये किसी भी दुकान पर रुक कर खाने वाले पदार्थों का स्वाद चखते हुये चले जाते हैं।
Street Food किसे कहते हैं?
सर्वप्रथम हम सब Street Food के अर्थ को जानेंगे, यह दो शब्दों से मिल कर बना हैं, जिसमें Street (स्ट्रीट) का अर्थ होता हैं- गली, सड़क, मुहल्ला, रास्ता, जबकि Food (फ़ूड) का अर्थ होता हैं- जलपान, भोजन, खाना, आहार, खाद्य पदार्थ, अन्न अब Street (स्ट्रीट) और Food (फ़ूड) दोनों शब्दों को मिला दे तो, इसका शब्दिक अर्थ होगा-
"सड़क या रास्ता के किनारे बनाये जाने वाला जलपान या खाद्य पदार्थ।"
यानी सीधे तौर पर मैं यह कह सकता हूँ कि गली, सड़क या रास्ते पर चलते- फिरते छोटे से ठेले, दुकान या खोमचों में खाने- पीने की मिलने वाली सभी वस्तुओं को स्ट्रीट फूड कहते हैं।
स्ट्रीट फूड के फायदे
जहाँ खाने- पीने की वस्तुएं जैसे मिठाई हो या नमकीन खाद्य पदार्थ सभी छोटे से बड़े दुकानों पर मिलती है जिसे आप रेस्टोरेंट, ढाबा कह सकते हैं और यहाँ से खरीदारी करने पर आपके जेब या पॉकेट पर भारी बजट का बोझ पड़ने लगता हैं।
कभी- कभी तो ज्यादा पैसे चुकाने पर भी मनचाही वस्तुओं की प्राप्ति नही हो पाती या विभिन्न प्रकार की वस्तुएं मिलती तो हैं लेकिन उसका अच्छा स्वाद नही मिल पाता हैं।
अधिकतर खाने की चीजें जो हम भारतीयों के नाश्ते, लंच, डिनर या शाम के नाश्ते में प्रयोग करते है, वह सभी छोटे ठेले, खोमचे या राह चलते दुकानों पर मिलता हैं।
यह सभी विकल्प स्ट्रीट फूड के हैं, जिससे कि आपके पैसे भी कम लगेंगे तथा खाने वाली वस्तुओं की मात्रा भी ज्यादा मिलेगी और उनका स्वाद भी निराला होता हैं।
इसीलिए भारत में स्ट्रीट फूड का ज्यादा डिमांड होता हैं चाहे वह जगह एक पिकनिक स्पॉट हो या घूमने वाले स्थान हो या दर्शनीय स्थल हो या फिर साधारण शहर ही क्यों न हो, सभी जगह स्ट्रीट फूड के बाजार का दायरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा हैं।
स्ट्रीट फूड से सबसे अच्छा फायदा है कि बेरोजगारी दूर होती हैं और आपका पैसा शुद्ध रूप से ईमानदारी से कमाया हुआ होता हैं, जिससे जीवकोपार्जन में मदद मिलती हैं।
जायकेदार बेहतरीन स्ट्रीट फ़ूड
इस लेख में मैंने भारत देश को ध्यान में रख कर स्ट्रीट फूड का एक लिस्ट बता रहा हूँ, जो अपने देश में आसानी से और सर्वसुलभ मिलता हैं और सभी इसका लुत्फ़ उठाते हैं।
इन प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड में शामिल है
भुट्टा, जूस, मोमोज, इडली- सांभर, वड़ा- सांभर, डोसा, अनरसा, गोलगप्पा, पानीपुरी, आलू टिक्की, आलू चाट, टमाटर चाट, चना मसाला, तिलकुट, झालमुढ़ी, समोसा, छोला- कुलचा, छोला- भटूरा, मूंगफली, मैगी, आइस क्रीम, नूडल्स, चाऊमीन, बर्गर, पेठा, गजक, बिरयानी, रेवड़ी, कचौड़ी, पूरी- सब्जी, जलेबी, कॉफ़ी, चाय, लस्सी, रबड़ी, इमारती, चिप्स, ठेकुआ या मीठी पूड़ी, नमकीन, सूप, बाटी चोखा, लिट्टी चोखा, शर्बत या शिकंजी जैसे अनेक खाद्य सामग्री स्ट्रीट फूड के रूप जगह- जगह मिलते हैं।
स्ट्रीट फूड का भारत में प्रचलन
अपने देश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं तब जहाँ पर्यटन होगा वही लोगो की भीड़ होगी और जहाँ भीड़ होगी तो वही खाने- पीने की संभावना प्रबल होगी।
भारत देश का शायद ही कोई हिस्सा या क्षेत्र ऐसा होगा, जो स्ट्रीट फूड से छूटा हो अर्थात मेरे कहने का सरल अर्थ हैं कि स्ट्रीट फूड सभी जगह आसानी से मिलता हैं, वह भी कम पैसे में।
देश के कुछ प्रसिद्ध जगहों का स्ट्रीट फूड जो स्थानीय लोगों के द्वारा या सैलानियों के द्वारा पसंद किया जाता हैं-
हरिद्वार
हरिद्वार का हर की पौड़ी स्ट्रीट फूड के लिए भारत ही नही विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। यहाँ पर आपको मोहन पूरी वाला, समोसा वाला, हरी मिर्च की पकौड़ी, आलू टिक्की जैसे लज़ीज व्यंजन सैलानियों को खूब भाता हैं।
ऋषिकेश
ऋषिकेश गंगा के किनारे बसे पवित्र और धार्मिक नगर में से एक हैं। इस शहर में रामझूला से गीता भवन होते हुए परमार्थ निकेतन होते हुए गंगा नदी के किनारे बने सड़क के किनारे एक तरफ से स्ट्रीट फूड या खोमचे वाले विभिन्न प्रकार के व्यंजन बेचे जाते हैं, जिसका लुत्फ़ पर्यटकों द्वारा उठाया जाता हैं।
स्ट्रीट फूड में जूस, छोला- कुलचा, गोलगप्पे, टिक्की चाट, बर्गर इत्यादि के ठेले खूब मिल जाएगा।
दिल्ली
भारत की राजधानी दिल्ली में कनॉट प्लेस हो या इंडिया गेट हो या फिर चांदनी चौक का इलाका सभी जगह कड़ी- चावल, राजमा- चावल, चाऊमीन, बर्गर, डोसा के प्रसिद्ध खोमचे वाले मिल जायेंगे जहाँ पर सभी लोग आ कर इन व्यंजन का मज़ा लेते हैं।
दिल्ली के लगभग सभी जगहों पर छोले- कुलचे और पराठे की दुकान मिल जाएगी बस देरी हैं आपके जा कर खाने की।
वाराणसी
आप जब भी काशी दर्शन को जाये या वाराणसी के घाटों या मंदिरों का दर्शन करने जाते हैं, तो अस्सी घाट से लेकर लंका के बाजार होते हुये गदौलिया के बाजार तक आपको केवल स्ट्रीट फूड का मज़ा मिलेगा जहाँ पर स्पेशल काले चने का छोला, कचौड़ी- चना, लस्सी और रबड़ी, झालमुढ़ी, फ़ुल्की (पानीपुरी या गोलगप्पा), आलू चाट, टमाटर चाट का मज़ा आपको भरपूर आनंद देगा।
शिर्डी
जब आप साईं बाबा का दर्शन करने जाते हैं, तो मनमाड से शिर्डी जाने के रास्ते में सड़क के किनारे भुट्टे बेचने वाले, अनार दाना, मूंगफली के दाने, अमरूद या अनार फल या गन्ने की जूस वाले भी आपको बहुत लुभाते हैं।
आप नासिक या शनि शिंगणापुर की यात्रा पर भी होंगे तो वहाँ पर रास्ते में भी यही लोकल स्ट्रीट फूड जैसे गन्ने का जूस से लेकर भुट्टे वाले खूब मिलेंगे जहाँ आप खूब एन्जॉय करेंगे।
हैदराबाद
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद चारमीनार और गोलकुण्डा की खान के साथ ही बिरयानी के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।
यही पर चारमीनार के पास और मीना बाजार के पास आपको स्ट्रीट फूड की सुविधा मिल जायेगी, जहाँ पर लस्सी, शाही रबड़ी के साथ हर प्रकार की बिरयानी का स्वाद चखने को मिलेगा जो आपको जीवन भर याद रहेगा।
मैनपाट (छत्तीसगढ़ का शिमला)
छत्तीसगढ़ का एक मात्र हिल स्टेशन मैनपाट में घूमने के कई जगह हैं और लोकल जायका के लिए नज़दीक के गांव के लोग भुट्टा, जंगली फल, यहाँ खूब मिलता हैं, जिसे आप एक बार जरूर टेस्ट करें।
लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम यदि स्ट्रीट फूड में न करे तो बेमानी होगी। यहाँ हर एक लोकेशन पर सड़क के किनारे ठेले और खोमचे वाले मिल जायेंगे, जो विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ जैसे वेज कबाब, नॉन वेज पदार्थ, रेवड़ी, गजक, लस्सी, रबड़ी, खूब मिलेगा जिसका स्वाद लेना तो बनता है।
गंगटोक
सिक्किम की राजधानी गंगटोक का दिल हैं M.G.Road यानी महात्मा गांधी रोड पर दोनों तरफ दुकान और होटल बने हुए हैं।
इन्ही के सामने रोड की पटरी पर स्ट्रीट फूड वाले अपने- अपने सामानों को बेचते हुए नजर आ जायेंगे। यहाँ प्रसिद्व खाने वाली चीजों में फल, मोमोज, चाट, चिप्स और कॉफ़ी इत्यादि मुख्य हैं।
मुम्बई
मुम्बई का जुहू चौपाटी यानी समुंद्रीय तट जहाँ पर हजारों लोग अकेले या फैमिली के साथ या फिर कपल्स समुन्द्र का नज़ारा देखने आते हैं।
हम सीधे कहे तो जो भी मुम्बई घूमने आता हैं, तो यहाँ रेतीले बीच पर घूमने आता हैं और फिर स्ट्रीट फूड को बिना टेस्ट किये नही जाता हैं।
यहाँ के स्ट्रीट फूड में बड़ापाव, भेलपुरी, झालमुढ़ी, आइस क्रीम, जूस, कॉफ़ी और पानीपुरी का लुत्फ उठा सकते हैं।
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धन्यवाद।
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