सच पूछे,तो भारत की संस्कृति और परम्परा भारतीय पकवानों में भी खूब देखने को मिलती हैं, अर्थात भारतीय पाक कला या पकवान में ही भारत की संस्कृति और सभ्यता झलकती हैं।
भारत विभिन्न मान्यताओं और संस्कृतियों का मिश्रण हैं, तो ज़ाहिर सी बात हैं कि पकवानों और मिष्ठानों में भी भिन्नता पाई जाती हैं।
इनमें से एक बेहद स्वाद भरी मिठाई पर आज का लेख हैं। हो सकता हैं कि आप सभी में बहुत से लोग तीखा और चटपटा खाना पसंद करते होंगे,
लेकिन शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो, जो कि मीठा खाना पसंद न करें। थोड़ा ही सही या हल्का ही सही मीठा जरूर खायेगा।
इन्ही सब बातों को ध्यान में रख कर आज हम एक उत्तरी भारत के एक पकवान या ये कहे कि मिठाई तो गलत नही होगा पर विस्तृत चर्चा किया जा रहा हैं।
अनरसा कौन सी मिठाई है?
अनरसा एक मौसम अधारित विशेष मिठाई हैं, जो बिहार और उत्तर प्रदेश में बरसात के सीजन में या ये कहे तो सावन के महीने में बनने वाला पकवान हैं।
अनरसा खाने में मुलायम लेकिन ऊपर से कुरकुरा होने के कारण इसका टेस्ट और भी बढ़ जाता हैं।
जब आप अनरसा को खायेंगे तो टेस्ट में चावल का स्वाद जरूर आयेगा, लेकिन वह स्वाद माइंड ब्लोइंग होता हैं, जो बार- बार खाने को मन करता हैं।
अनरसा चावल के आटे से, गुड़, खोया (मावा) और सफेद तिल (Sesame Seed) से बनने वाली मिठाई हैं जो दिखने में तिलकुट के आकार लगता है। परन्तु इसमें गुड़ के जगह चीनी का भी प्रयोग करके इसे बनाया जा सकता हैं।
इसे अच्छे से रखा जाए तो कई हफ्ते तक खाया जा सकता हैं। बस भींगे हाथों से नही निकाले नही तो खराब होते देर नही लगेगी और तो इसका कुरकुरापन भी खत्म हो जायेगा।
तभी तो इसे अनरसा के साथ ही चावल का बिस्कुट भी कहते हैं।
अनरसा को बिहार में गोल चपटा आकार में बनाते हैं, तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में कई शहरों में गोल- गोल छोटे आकर में ( गोली जैसी) भी बनाते हैं।
आकर चाहे जैसा भी हो लेकिन स्वाद तो पूछो मत एक ही स्वाद मिलेगा।
इस मिठाई में सभी मिश्रण जैसे खोया, चावल का आटा, गुड़ और तिल को मिला कर विभिन्न आकार में रिफाइंड तेल या देशी घी में छाना जाता हैं (डीप फ्राई)।
छानने के बाद यह कुरकुरा, खास्ता और स्वादिष्ट बन जाता हैं, इसकी सोंधी- सोंधी खुशबू आपके खाने की लालच और भूख को बढ़ा देती हैं।
बिहार में यह मिठाई
सासाराम शेरशाह सूरी के मकबरे लिए तो प्रसिद्द हैं ही इसी के साथ सासाराम शहर तो मुख्य रूप से इस मिठाई यानी अनरसे के लिए भी बहुत प्रसिद्ध हैं, लेकिन इसके अलावा गया, भभुआ, बक्सर, पटना इत्यादि नगर भी फेमस हैं।
उत्तर प्रदेश में गोल अनरसा मिठाई
प्रयागराज (इलाहाबाद), वाराणसी, भदोही, प्रतापगढ़ और जौनपुर जैसे भी जिले इसके लिए काफी प्रसिद्ध हैं।
आपने भी कभी न कभी इस अनरसे का स्वाद जरूर लिया होगा अगर नही लिए हैं तो देर किस बात की सावन के महीने में या बरसात के मौसम में यदि-
इन शहरों में कुम्भ मेला या किसी भी कारन से जाना हुआ तो घूमने के साथ ही साथ इस मिठाई को खाइये और परिवार, रिश्तेदारों तथा दोस्तो को भी इसका स्वाद जरूर चखाइये। यकीन मानिये आप एक अलग स्वाद में खो न जाये तो कहियेगा।
इस मिठाई को खाने के बाद आप अपने सोलो यात्री को जरूर याद रखियेगा। तब आप हमें कमेंट्स कर के धन्यवाद करने को मजबूर हो जायेंगे की ऐसी लज़ीज मिठाई पहले क्यो नही खाई?
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