आसमान में पक्षियों को उड़ते हुये हम मनुष्य अक्सर देखते हैं और मन में यही ख्याल आता हैं कि काश! हम भी इनकी तरह खुले आसमान में जब चाहे तब उड़ सकते तो कितना मज़ा आता?
अब हम सभी पक्षी तो नही बन सकते लेकिन पक्षियों की तरह से उड़ कर उसके जैसा अनुभव तो जरूर कर सकते हैं।
अगर एडवेंचर की बात करें तो कई ऐसे खेल हैं जो आसमान में किये जाते हैं या सतह से ऊपर उठ कर करते हैं या हवा में करतब करने जैसे खेल शामिल हैं, जैसे-
- पैराग्लाइडिंग
- पैरासेलिंग
- बंजी जम्पिंग
- हॉट एयर बैलून
- हॉपर बैलून
- स्काइडाइविंग
- हैंग ग्लाइडिंग
ये सभी एक्टिविटी आसमान से सम्बन्धित हैं, जो एक से बढ़ कर एक एडवेंचर स्पोर्ट्स के रूप में जाना जाता हैं।
इन्ही आसमानी करतबों में एक करतब हैं, जो पर्यटकों में ख़ासा प्रचलित हैं "विंगसूट फ्लाइंग"।
आज का लेख इसी एडवेंचर स्पोर्ट्स को ध्यान में रख कर हैं, जहाँ विंगसूट फ्लाइंग से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी में दे रहे हैं।
आप अपने प्यारे सोलो यात्री सूर्य प्रकाश के साथ आज इस लेख के अंत तक जुड़े रहिये ताकि आपका ज्ञान और अनुभव बढ़ सके।
Wingsuit Flying किसे कहते हैं?
इस एडवेंचर स्पोर्ट्स को कुछ लोग "बर्डमैन सूट" भी कहते हैं, परंतु सबसे लोकप्रिय नाम एडवेंचर प्रेमियों के मध्य "Wingsuit Flying" के नाम से ही प्रसिद्ध हैं।
विंगसूट फ्लाइंग करतब, स्काइडाइविंग और बंजी-जंपिंग की तरह से ही एक बेस पॉइंट से जम्प करके खुले आसमान में उड़ते हैं। इस खेल का भी परिधान पैराशूट की तरह से पूरे शरीर को ढक कर के बना होता हैं।
धरती के सतह से 10000 फुट या 12000 फुट या इससे भी अधिक ऊंचाई से नीचे की ओर कूदने के बाद हवा से बात करते हुए प्राकृतिक नज़ारों को देखते हुये चलते चले जाइये।
इसमें शरीर पर जब इस खेल से सम्बंधित विशिष्ट प्रकार का कपड़ा पहनते हैं, तो सर से लेकर पैर तक हवा से भरे एक सूट जैसे कि पैराशूट की तरह से परिधान में इसे पहनने वाले व्यक्ति का शरीर औसतन अन्य किसी व्यक्ति से बड़ा दिखता हैं।
इस हवा वाले परिधान में पक्षियों की तरह पंख जैसी आकृति बनी होती हैं और जिस प्रकार से एक पक्षी अपना पंख को फैला कर खुले आसमान में उड़ता हुआ चला जाता हैं.
ठीक उसी प्रकार से इस खेल को करने वाला भी एक बेस पॉइंट से नीचे की तरफ इस प्रकार से कूदता हैं कि वह हवा में उड़ते हुए आगे की ओर चला जाता हैं।
जैसे पैराशूट पहने हुये कोई व्यक्ति नीचे की ओर उतरता हैं ठीक उसी प्रकार से विंगसूट फ्लाइंग करने वाला भी नीचे किसी समतल भूमि या सेफ जगह पर उतर जाता हैं।
जो एडवेंचर करते हैं, उनके इस खेल को करने में बहुत ही मज़ा आने वाला हैं क्योंकि जिस प्रकार से आसमान में उड़ने वाला पक्षी करतब करते हुये उड़ता चला जाता हैं ठीक उसी तरह से इसको करने वाला भी करतब करता रहता हैं।
Wingsuit Flying का अर्थ
यह कुल तीन शब्दों से मिलकर बना हैं, यदि इसे अलग-अलग कर दिया जाये, तो ये तीन शब्दों से मिलकर बना है, Wing+ Suit+ Flying जिसमें इनका अर्थ क्रमशः है...
- Wing का अर्थ 'पंख' होता हैं।
- Suit का अर्थ 'परिधान/कपड़ा' होता हैं।
- Flying का अर्थ 'उड़ान' होता हैं।
अर्थात Wingsuit Flying का शाब्दिक अर्थ होगा- "एक विशिष्ट परिधान जो पंख के आकार का हैं उड़ान के लिये होता हैं" विंगसूट फ्लाइंग कहलाता हैं।
यह एक ऐसा खेल हैं या करतब हैं जिसे करने के लिये प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) की जरूरत पड़ती हैं और किसी भी एडवेंचर स्पोर्ट्स का ट्रेनिंग एक स्पेशल होता हैं, जिसे करने के लिए अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ती हैं।
अर्थात मेरे कहने का साफ और सीधा सा अर्थ हैं कि यह खेल बिना एक्सपर्ट के अकेले किया जाता हैं, तो उसके लिए अच्छे से या वेल ट्रेनिंग लिया जाना चाहिए।
विंगसूट फ्लाइंग के लिए ट्रेनिंग जरुरी है
इस करतब को करने के लिए ट्रेनिंग आप वही ले सकते हैं, जहाँ पर स्काइडाइविंग, पैराग्लाइडिंग, ग्लाइडिंग, हैंग ग्लाइडिंग या पैरासेलिंग जैसी एक्टिविटी को करने की ट्रेनिंग वेल ट्रेनर के द्वारा दिया जाता हैं।
इसके लिए भारत में हिल स्टेशनों पर छोटे से बड़े इंस्टिट्यूट बनाये गये हैं, जहाँ आप जा कर ऐसे खेल या करतब करने का प्रशिक्षण ले सकते हैं।
वैसे हम आपको एक बात बता दे कि किसी भी करतब या एडवेंचर को करने के लिये मन में करने का संकल्प होना चाहिए बस क्योंकि ये सभी ट्रेनिंग कोई बहुत दिन की नही होती हैं।
कुछ इंस्टीट्यूट वाले तो इस तरह के ट्रेनिंग करने या कोर्स कटने पर सर्टिफिकेट भी प्रदान करते हैं।
Wingsuit Flying करने का सही मौसम
जैसा कि मैंने अपने कई लेख में बता चुके हैं कि कोई भी करतब या खेल जो अद्वितीय एडवेंचर से भरपूर होता हैं, उसको करने के लिए मौसम साफ और धूप वाला होना चाहिये ताकि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा न हो सके।
भारत के उत्तरी क्षेत्रों में हिल स्टेशनों पर घूमने का सही समय गर्मी का होता हैं यानी मार्च से लेकर जून तक जब मौसम साफ होता हैं।
आप कोई भी एडवेंचर इसी महीनों में कर सकते हैं नही तो जुलाई से अगस्त या सितम्बर तक बरसात का सीजन होता हैं जबकि नवम्बर से फरवरी तक ठंडा का समय रहता हैं तो इन महीनों में यदि मौसम साफ नही हैं तो ऐसे जोखिम से भरे खेल कभी न करें।
अब बात कर ले कि यदि आप दक्षिण भारत के टूर पर हैं, तो गर्मी में ज्यादा गर्मी पड़ती हैं, तब उसके लिये सबसे अच्छा समय ठंडी का होता हैं, लेकिन कोहरा या बादल नही होना चाहिये।
विंगसूट फ्लाइंग करने में सावधानियां
विंगसूट फ्लाइंग को करने में कुछ सावधानियों पर ध्यान जरूर देना चाहिये, जैसे कि-
- इस करतब को करने वाले कि उम्र 15 से 18 वर्ष से लेकर 55 से 60 वर्ष के मध्य का होना चाहिये।
- किसी भी बीमारी से ग्रसित कोई भी व्यक्ति इस एडवेंचर स्पोर्ट्स को बिल्कुल भी न करें।
- यदि किसी व्यक्ति को ऊँचाई से डर लगता हो तो उन्हें यह खेल बिल्कुल भी नही करना चाहिये।
- बिना किसी भी प्रशिक्षण के किसी को भी यह विंगसूट फ्लाइंग करतब को नही करना चाहिये।
- इस गेम को करते समय आपको अपना ध्यान केंद्रित कर के रखना होगा और पूरा फोकस अपने उड़ान पर आधारित करना होगा।
- कपड़ा या परिधान भी चुस्त दुरुस्त या अनुकूल होना चाहिये क्योंकि कपड़ा यदि टाइट होगा तो शरीर का रक्त संचार सही नही होगा।
भारत में Wingsuit Flying कहाँ-कहाँ होता हैं?
भारत में अधिकतर जहाँ- जहाँ स्काइडाइविंग या पैराशूटिंग या फिर बंजी जम्पिंग जैसे खेल होते हैं, तो वहाँ पर विंगसूट फ्लाइंग जैसे जोखिम भरे और एडवेंचर स्पोर्ट्स भी किये जाते हैं।
इनमें कुछ स्थान तो ऐसे हैं, जहाँ पर आप कई एडवेंचर का मज़ा लेने जाये तो विंगसूट फ्लाइंग जैसे अद्धभुत खेल या करतब को भी कर सकते हैं।
पांडिचेरी
एडवेंचर प्रेमी की पहली पसंद हैं पांडिचेरी जो अपने लोक लुभावन पर्यटक स्थलों के लिए भारत ही नही बल्कि पूरे विश्व में अपना पहचान बनाये हुए हैं।
यहाँ वर्ष भर मौसम घूमने के लिये अनुकूल होता हैं। दूर-दूर से लोग कैंपिंग का मज़ा लेने आते हैं तो स्काइडाइविंग या विंगसूट फ्लाइंग का भी लुत्फ़ उठाते हैं।
हैदराबाद
आप हैदराबाद केवल गोलकुण्डा की खान घूमने या हैदराबाद शहर को देखने या फिर हैदराबादी बिरयानी का मज़ा लेने गये हो तो रुक जाइये आप यहाँ पर भी पैराशूटिंग के साथ ही साथ विंगसूट फ्लाइंग अद्वितीय खेल का मज़ा उठा सकते हैं।
सागर
मध्य प्रदेश के प्राचीन और पर्यटक स्थलों में शुमार हैं सागर, जो राजधानी भोपाल से मात्र 190 Km की दूरी पर स्थित हैं।
यहाँ पर आप कई एडवेंचर स्पोर्ट्स को कर सकते हैं उसमें विंगसूट फ्लाइंग भी एक हैं।
लोनावाला
मुम्बई के हिल स्टेशनों में से एक हिल स्टेशन हैं लोनावाला जो मुम्बई से मात्र 80 Km की दूरी पर बसा बेहद खूबसूरत स्थान हैं, जहाँ पर आप स्काइडाइविंग के साथ विंगसूट फ्लाइंग की उड़ान भी कर सकते हैं।
मैसूर
कर्नाटक में बसा मैसूर की पहाड़ियों पर भी आप कई एडवेंचर का लुत्फ़ उठा सकते हैं। यहाँ आप कैंपिंग के साथ ही साथ पैराशूटिंग और विंगसूट फ्लाइंग को भी करने असीमित अवसर हैं।
आशा करता हूँ कि आज का लेख आप सभी को बेहद पसंद आया होगा तो आप हमें कमेंट्स कर के जरूर बताइयेगा।
यात्रा का अनुभव साझा करें