अगर आप एडवेंचर करने के बड़े वाले शौकीन हैं, तो आज का मेरा यह लेख आपके बहुत काम का हैं। आज हम आपको "बंजी जंपिंग" किसे कहते हैं? और भारत में ऐसा अद्भुत तथा रोमांचकारी खेल कहाँ पर आयोजित किये जाते हैं? पर पूरी विस्तृत चर्चा करूँगा।
आज का लेख बहुत ही स्पेशल हैं, जो लोग अपने जीवन को जीते हैं, सच मानो तो डर के आगे जीत हैं।
आज के इस लेख में इस रोमांचकारी एक्टिविटी के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे और साथ ही साथ यह खेल भारत में कहाँ- कहाँ आयोजित होता हैं।
क्या बंजी-जंपिंग का खेल हिल स्टेशन पर भी किये जाते हैं? या क्या सावधानियां रखनी होगी? इस प्रकार की एक्टिविटी करने में यानी कुल मिलाकर जो भी आपकी कौतूहल इस विषय से सम्बंधित हैं, आज सब पर बात होगी।
बंजी जंपिंग किसे कहते हैं?
बंजी जंपिंग क्या हैं? या किसे कहते हैं?। अंग्रेज़ी भाषा में सीधे "Bungee Jumping" या "Bungy Jumping" कहते हैं।
इसका शाब्दिक अर्थ हैँ रस्सी को शरीर से बाँधकर कूदने से हैं।
अब यदि इसको विस्तृत अर्थों में लिया जाये तो इस गतिविधि में या इस खेल के दौरान कमर में मोटी रस्सी बांध कर और किसी ऊँची इमारत नुमा स्थान, क्रेन, पहाड़ी का कोई स्थान, जहाँ से जम्प अर्थात कूदा जाता हैं।
जो कमर रस्सी बँधी होती हैं, वह लोचदार और खिंचाव वाली होती हैं, जिसके चलते इस एक्टिविटी को करने वाला जब कूदता हैं, तो नीचे तक (रस्सी की लंबाई तक) जा कर पुनः ऊपर की ओर उठता हैं।
यह क्रिया कई बार होती रहती हैं, इसी खेल को या एक्टिविटी को बंजी जंपिंग कहते हैं। यह एक कोई भी ऊंचाई वाले स्थान जो अधिकतर कोई टॉवर, क्रेन या ऊंचाई वाली इमारत हो सकती हैं।
बंजी जंपिंग और स्काइडाइविंग में क्या अंतर हैं?
बंजी जंपिंग और स्काइडाइविंग में एक मूल अंतर हैं फ्री फॉलिंग (Free Falling) का. मेरे कहने का ये अर्थ हैं कि स्काइडाइविंग या पैराशूटिंग में आप हवा में ऊंचाई पर जा कर किसी हवाई जहाज या हैलीकॉप्टर से सीधे यानी फ्री हो कर कूद जायेंगे और कुछ समय में (मिनटों में) नीचे गिरने से पहले अपना पैराशूट खोल लेंगे तथा सुरक्षित धरती पर उतर जायेंगे।
वही दूसरी तरफ बंजी जम्पिंग में फ्री नही कूदना होता हैं उसमें रस्सी को कमर में बाँधकर कूदना होता हैं, जिससे की आप नीचे नही गिरेंगे बल्कि रस्सी की लंबाई तक जा कर पुनः ऊपर की ओर आयेंगे।
बंजी जंपिंग कुछ सेकंड का रोमांचक खेल हैं जबकि स्काइडाइविंग में कुछ मिनट लग सकता हैं क्योंकि यह ऊँचाई पर निर्भर करेगा कि कितनी फुट या मीटर की ऊंचाई से कूदा गया हैं।
बंजी जंपिंग को करने में क्या ध्यान दे
बंजी जंपिंग करते समय आपको कुछ नियम फॉलो करने होंगे, जैसे कि-
- इस खेल को करने में व्यक्ति का दिल मजबूत होना चाहिए, मेरे कहने का सिर्फ ये मतलब हैं कि बीपी का मरीज तो एकदम नही होना चाहिए।
- ट्रेनिंग इस खेल का कोई अधिक समय का नही होता हैं, केवल ट्रेनर के कुछ छोटे- छोटे टिप्स फॉलो करने पड़ते हैं।
- यदि कोई दवा लेते हो, तो उसके बारे में ट्रेनर को जरूर बता दे। जरूरी दवा खाने के कम से कम 1 से 2 घण्टे बाद ही जंपिंग करना चाहिए।
- यदि आपकी उम्र 18 वर्ष से छोटी हैं, तो माफ़ करिये आप इस खेल को नही कर सकते हैं। यानी इस गतिविधि को करने वाले का उम्र 18 से ऊपर और 50 से 60 वर्ष से कम होना चाहिए।
- जो भी बंजी जंपिंग करना चाहता हैं, उसे शरीर पर हल्का और आरामदायक कपड़ा पहनना चाहिए क्योंकि हल्के कपड़े तथा ढीले- ढाले कपड़े से रक्तसंचार सही रहता हैं।
- अगर किसी बात का कोई तनाव हो या ऊंचाई से डर लगता हो, तो फिर आप इस रोमांचकारी खेल को मत करिये।
- जोखिम भरा एक्टिविटी होने के कारण सोच समझकर ही इस गेम को करने की हाँ करिये, नही तो बाद में आपको दिक्कत हो सकती हैं।
- किसी भी स्टेज पर जा कर यदि आपका मन बदल जाये तो इस एक्टिविटी को कराने वाले कंपनी से या फिर ट्रेनर को बोल कर मना कर दीजिए।
- अच्छी क्वालिटी और हल्के जूते पहन कर बंजी जंपिंग करने जाइये। यदि चश्मा के शौकीन हैं, तो उसे भी अच्छे से और हल्के वाले ही चश्मे पहने।
- बंजी जंपिंग का रेट तय करके जाए या और यदि अपनी एक्टिविटी की वीडियोग्राफी भी कराना चाहते हो, तो ट्रेनर से बात कर ले, कंपनी वाले इस सुविधा का कुछ अलग से चार्ज ले कर आपका वीडियो भी बना कर देंगे।
किस मौसम में बंजी जंपिंग करना चाहिए?
आप कोई भी एक्टिविटी करें वो जोखिम वाला हो या फिर बिना जोखिम का मौसम की भूमिका सबसे अहम हो जाती हैं।
आप यदि कोई गतिविधि कर रहे हो और उसका सम्बंध हिल स्टेशन या फिर पहाड़ी इलाकों से हो तो मौसम और भी अहम विषय वस्तु हो जाता हैं।
बंजी जम्पिंग करने के लिए सबसे अच्छा मौसम गर्मी का हैं, जहाँ एक ओर हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भीड़ भी रहती हैं तो दूसरी ओर मौसम साफ रहने के चलते आप किसी भी प्रकार का एक्टिविटी कर सकते हैं।
बरसात के समय में यानी जुलाई से अगस्त या सितम्बर के शुरुआती हफ़्ते में आप कोई भी एक्टिविटी करने से बचे अब वो चाहे रिवर राफ्टिंग हो या फिर पैराग्लाइडिंग ही क्यो न हो।
आप कैंपिंग भी करना चाहते हैं तो मानसून इसके लिए सही समय नही होगा। आप सेलिंग, पैरासेलिंग, स्काइडाइविंग या हैंग ग्लाइडिंग ही करना चाहते हो तो इन सभी के लिए गर्मी का समय और अक्टूबर से मई तक भी कर सकते हैं।
एक बात और ध्यान देने योग्य हैं कि सर्दी के समय यदि कोहरा छाया हो तो किसी भी जोखिम भरे एक्टिविटी को करने से बचे।
भारत में कहाँ बंजी जंपिंग होते हैं?
भारत में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो हिल स्टेशन के साथ ही साथ रोमांचक एक्टिविटी के लिए भी देश ही नही विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं, जैसे कि-
ऋषिकेश
उत्तराखंड की महत्वपूर्ण नगरी में शामिल योगनगरी ऋषिकेश में कई रोमांचकारी एक्टिविटी होती रहती हैं, तो उसी में एक स्पोर्ट बंजी जंपिंग का भी नाम आता हैं।
ऋषिकेश से मोहनचट्टी नामक स्थान की दूरी मात्र 23 Km से 25 Km हैं, यह एक छोटा सा पर्वतीय क्षेत्र का गांव हैं, यहाँ पर बंजी जंपिंग जैसी एक्टिविटी होती हैं और यहाँ प्रतिवर्ष हज़ारों सैलानी इस खेल को करने और फ़ोटो क्लिक कराने आते हैं।
बैंगलोर
कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में एक स्थान ओज़ोन हैं, जो एडवेंचर एक्टिविटी के लिए प्रसिद्ध हैं।
यहाँ पर बंजी जंपिंग किसी पहाड़ी वाले स्थान या बड़े इमारत से नही बल्कि क्रेन के माध्यम से जिसकी ऊंचाई 80 से 125 फीट की होती हैं, से कराया जाता हैं।
इस प्रकार यहाँ पर यह गतिविधि कोई स्थायी (फिक्स) नही हैं क्योंकि क्रेन को इधर उधर सुविधा के अनुसार घुमा कर किया जा सकता हैं।
गोवा
यदि आप गोवा के टूर पर हैं तो फिर बंजी जंपिंग का शौक जरूर पूरा कर लीजिए क्योंकि यदि आप थोड़ा भी ऐसी किसी रोमांचकारी खेल को करने की सोच रहे हैं तो गोवा सबसे बेस्ट जगहों में शुमार हैं।
यहाँ पर बंजी जम्पिंग का प्लेटफार्म फिक्स हैं जो तकरीबन 80 से 100 फिट का हैं। आप आसानी से इस तरह के खेल को कर सकते हैं।
जगदलपुर
छत्तीसगढ़ में जगदलपुर बंजी जंपिंग के लिए प्रसिद्ध माना जाता हैं। आप यहाँ पर 30 मीटर की ऊँचाई से इस खेल को बखूबी अंजाम दे सकते हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से जगदलपुर की दूरी लगभग 300 Km के आस पास हैं। यदि आप छत्तीसगढ़ के ट्रिप पर आए हो तो यहाँ के एक मात्र हिल स्टेशन मैनपाट (जिला- अम्बिकापुर) जरूर विजिट करें। इसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहते हैं।
मैनपाट के बारे में जानने के लिए मेरे इस लेख को एक बार जरूर देंखे- "मैनपाट (छत्तीसगढ़ का शिमला)".
मनाली
आप हिमांचल प्रदेश का जब भी टूर बनाते हैं, तो मनाली जाने का ख्याल जरूर आता हैं क्योंकि यहाँ का मौसम, हरियाली, प्राकृतिक सौंदर्य और बर्फबारी का माहौल विश्व प्रसिद्ध हैं।
यह देशी ही नही विदेशी पर्यटकों को भी खूब लुभाता हैं। आप यहाँ पर घूमने आये तो बंजी जंपिंग जरूर करें।
लोनावाला
महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुम्बई से मात्र 85 Km की दूरी पर स्थित लोनावाला हिल स्टेशन के लिए सुविख्यात हैं। यहाँ पर बंजी जम्पिंग करायी जाती हैं, तो प्राकृतिक नज़ारों के साथ यदि आप कोई एक्टिविटी करना चाहे तो बंजी जंपिंग बेस्ट ऑप्शन में से एक है।
दिल्ली में भी बंजी जंपिंग
भारत का दिल कहा जाने वाला दिल्ली हमारे देश की राजधानी भी हैं और उसके साथ ही साथ मुग़ल काल की सबसे बड़ी जगहों में शुमार हैं।
आप जब भी दिल्ली जाये और बंजी जम्पिंग करना चाहते हो तो यह एक अच्छा विकल्प में से एक है।
यहाँ पर इस खेल को क्रेन के सहारे बेस्ट एक्सपर्ट के मध्यम से अच्छे ढंग से कराया जाता हैं। लगभग 75 से 80 फीट की ऊंचाई से इस खेल को किया जा सकता हैं।
बंजी जंपिंग के लिए कितना खर्च करना होगा
इस खेल का वैसे तो कोई रेट फिक्स नही हैं लेकिन आप मान कर चलिए की इस गतिविधि के लिए आपको प्रतिव्यक्ति कम से कम 1500 रुपये से 5000 रुपये तक देने पड़ सकते हैं।
मैंने ऐसा इसलिए कहा हैं कि पर्यटन का सीजन होने पर रेट बढ़ भी सकता हैं तो ऑफ सीजन में घट भी सकता हैं।
यदि आप इस एक्टिविटी को करते समय कोई वीडियो भी बनवाना चाहते है तो इसका रेट आपको अलग से देना पड़ता हैं।
आज आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट्स करके जरूर बताइयेगा। यदि आपने बंजी जंपिंग किया हैं तो अपना अनुभव जरूर साझा करियेगा।
धन्यवाद।
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