बोर्डिंग पास वह महत्त्वपूर्ण दस्तावेज हैं, जिसकी मदद से हवाई अड्डा से लेकर हवाई जहाज तक पहुँचने में आराम होता हैं तथा समय की बचत होती हैं।
अगर सीधे तौर पर कहा जाये तो Boarding Pass एयरपोर्ट में अंदर घुसते ही (चेकइन) गेट पर एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा सबसे पहले बोर्डिंग पास ही मांगा जाता हैं।
आपके बोर्डिंग पास को जगह- जगह कई स्तर पर चेक किया जाता हैं। यह प्रक्रिया तब तक कि जाती हैं जब तक कि यात्री विमान में अपने सीट पर बैठ न जाये और फिर जिस स्थान को जा रहे हैं वहाँ पर भी आपकी पूरी तरह से जाँच होकर ही एयरपोर्ट से बाहर निकलने दिया जाता हैं।
बोर्डिंग पास में क्या होता हैं?
यात्री के बोर्डिंग पास में यात्री के व्यक्तिगत सूचना के साथ ही साथ-
- एयरपोर्ट में प्रवेश के लिए गेट संख्या।
- एयरपोर्ट में प्रवेश करने का समय।
- हवाई जहाज की उड़ान संख्या।
- हवाई जहाज के प्रस्थान का समय।
- विमान के अंदर बैठने की सीट नम्बर।
जैसे महत्वपूर्ण सूचनाओं का विवरण दिया होता हैं। अब आप समझ गये होंगे बोर्डिंग पास कितना इम्पोर्टेन्ट डॉक्यूमेंट की श्रेणी में आता हैं।
क्या बिना बोर्डिंग पास के यात्रा करने से रोका जा सकता हैं?
इसका सबसे सरल जवाब हैं- जी हाँ, बिल्कुल आप को यात्रा करने से रोका जा सकता हैं।
यदि आप टिकट और पासपोर्ट या घरेलू उड़ान में केवल टिकट और कोई आई० डी० ले कर एयरपोर्ट में एंट्री करना चाहते हैं और बोर्डिंग पास नही हैं या ले जाना भूल गये या कही गिरा दिये हैं,
तो यकीन मानिए आपको कई तरह के प्रॉब्लम्स फेस करने पड़ सकते हैं। अंतिम निर्णय की आपको यात्रा करने के लिए आपके विमान तक पहुँचाया जाये कि नही, एयरपोर्ट के अथॉरिटी के हाथों में होता हैं।
अगर एयरपोर्ट अथॉरिटी आपके सभी दस्तावेज की जाँच और आपकी पूरी छानबीन करने के बाद यदि उन्हें लगे कि आपको एक अल्टरनेट बोर्डिंग पास की सुविधा दी जाये, वे लोग आपसे एक फॉर्म भरवा कर आपकी यात्रा पूरा करा सकते हैं लेकिन इस प्रक्रिया को करने के चांस न के बराबर हैं।
अतः यात्रियों से निवेदन हैं कि टिकट के साथ बोर्डिंग पास भी रखना उतना ही जरूरी होता हैं, जितना कि टीवी के साथ रिमोट।
बोर्डिंग पास और एयर टिकट में क्या अंतर हैं?
कुछ महत्वपूर्ण अंतर बोर्डिंग पास और टिकट के बीच होते हैं, दोनों का अपना महत्व है और इनका इस्तेमाल भी अलग है, लेकिन दोनों का इस्तेमाल एयरपोर्ट पर किया जाता है।
टिकट (Ticket)
यानी कि एयर टिकट आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों प्रकार से सम्बंधित एयरलाइन के वेबसाइट या एयरपोर्ट पर बने एयरलाइन के काउंटर से खरीदा जा सकता हैं।
इसके अलावा कई मोबाइल ऐप के जरिये ऑफर्स और मनभावन डील को ध्यान में रख कर बुक कर सकते हैं।
बोर्डिंग पास (Boarding Pass)
जब आप अपना एयर टिकट बुक करते हैं तो वही ऑनलाइन ही आपको बोर्डिंग पास को जेनरेट करने का ऑप्शन देगा जिसे क्लिक करके बना कर प्रिंट आउट ले लेना होता हैं।
जब आपके पास टिकट के साथ बोर्डिंग पास का प्रिंट आउट हैं, जो बिना चिंता फिक्र के एयरपोर्ट पर प्रवेश से लेकर विमान में बैठ कर अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं।
यदि आप ऑफलाइन बोर्डिंग पास चाहते हैं, तो एयरपोर्ट पर बने एयरलाइन के अपने काउंटर से पास बना कर हार्ड कॉपी आपको दे देगा।
इसके अलावा आप अपनी यात्रा शुरू करने से पहले एयरपोर्ट पर बने सेल्फ चेक-इन कियोस्क (Self check-in kiosks Machine) मशीन का प्रयोग करके भी स्वयं बोर्डिंग पास बना सकते हैं।
Note- यात्रा शुरू करने के 24 घण्टे से 2 या 3 घण्टे पहले भी आप अपना बोर्डिंग पास बनवा सकते है या खुद बना सकते हैं।
ध्यान रहे कि बोर्डिंग पास बनवाने या बनाने की अंतिम समय सीमा हर एक एयरपोर्ट और हर एक एयरलाइन की अलग- अलग हो सकती हैं।
अतः मेरा यही सुझाव हैं कि समय रहते बोर्डिंग पास स्वयं बना ले या बनवा ले काउंटर पर जा कर जैसा आपको सुविधाजनक लगे।
ये भी पढ़ें -
Paragliding (पैराग्लाइडिंग) क्या है, कहाँ-कहाँ होता है
Wingsuit Flying क्या होता हैं और यह भारत में कहाँ किया जाता हैं?
कालका शिमला टॉय ट्रेन की बुकिंग कैसे करें? Ticket का Price कितना है?
बोर्डिंग पास को लेकर बरतने वाली सावधानी
जैसे फ़िल्म देखने के बाद टिकट बेकार, जैसे यात्रा करने के बाद टिकट बेकार, जैसे हवाई जहाज में बैठने या यात्रा खत्म करने के बाद बोर्डिंग पास बेकार!
रुकिये! जी नहीं- बोर्डिंग पास कभी बेकार नही होता क्योंकि यह कोई टिकट नही की यात्रा पूरी तो टिकट खत्म।
आपका बोर्डिंग पास केवल कागज का टुकड़ा नही हैं बल्कि उस पर कई व्यक्तिगत जानकारी या सूचनाएं प्रिंट होती हैं, जैसे कि नाम, सीट नम्बर, यात्रा का डिटेल, प्रस्थान का समय, उड़ान संख्या इत्यादि।
इसी बोर्डिंग पास पर बार कोड बना होता हैं, जिसको स्कैन कर के और कई महत्वपूर्ण जानकारी को देखा जा सकता हैं।
एक बात गांठ बांध कर ध्यान दीजिए कि कभी भी इस पास को कागज या रद्दी कागज मत समझिए बल्कि इससे जुड़ी कुछ सावधानियां बरतने पर निःसंदेह आपको फायदा ही होगा, जैसे कि-
- सेल्फी विथ बोर्डिंग पास और टिकट कर के सोशल मीडिया पर मत पोस्ट करिये क्योंकि आज कल यह फैशन हो चुका हैं कि ख़ास तौर से हवाई यात्रा करने के समय या तो एयरपोर्ट के लाउंज में या एयरलाइन के साथ बाहर से या फिर विमान में अंदर बैठ कर पास और टिकट के साथ फोटो शेयर करना। आपके इस बचकानी हरकत का फायदा कोई और उठा सकता हैं।
- विमान में बैठने के बाद बोर्डिंग पास को रद्दी कागज का टुकड़ा समझकर फेंक देना, जो नही करना चाहिए।
- विमान से उतरने के बाद बोर्डिंग पास को एयरपोर्ट के अंदर या बाहर फेंक देना या डस्टबीन में डाल देना, ऐसा करना बेवकूफी होगी।
- बोर्डिंग पास को होटल लॉज में जहाँ रुके हैं या कही रेस्टोरेंट, ढाबा में नाश्ता या भोजन करते समय लापरवाही से छूट जाना या कूड़ा समझ कर फेंक देना।
- किसी सार्वजनिक स्थान या पब्लिक प्लेस पर या राह चलते लोकल बाजार या स्ट्रीट फूड एन्जॉय करते समय इसे यानी पास को जानबूझ कर बेकार समझ कर फेंक देना।
अगर आप इनमें से मेंशन या कोई और भी या किसी तरह की कोई लापरवाही बोर्डिंग पास के साथ करते हैं, तो इसका परिणाम दुखदायक और पीड़ादायी भी हो सकता हैं।
आशा करता हूँ कि आज का लेख आपको बहुत अच्छा लगा होगा, तो हमें कमेंट्स करके जरूर बताइयेगा की आपकी पहली यात्रा हवाई जहाज से कहाँ का और कब का था।
अपको पहली बार विमान (हवाई जहाज) में चढ़ने पर कैसा लगा था। यदि क्या आपने पहली बार की हवाई यात्रा की टिकट और बोर्डिंग पास को सम्हाल कर रखा हैं, तो यही मुझसे शेयर करते हुए केवल यह बताने का कष्ट करें कितना दिन या महीना या फिर वर्ष से आप सम्हाल कर रखे हुये हैं।
यात्रा का अनुभव साझा करें