टॉय ट्रेन का नाम सुनकर आप के मन में बचपन की यादें ताज़ा हो गईं होंगी। बात भी सही हैं दिल तो बच्चा हैं और बच्चे को समझाने का समय खत्म अब तो केवल खुले आसमान, हरियाली और पर्वतों के बीच गुज़रने को हॉर्न बजाते हुए चलने वाली रेलगाड़ी के साथ कदम से कदम मिलने को तैयार हैं।
जब घूमने फिरने में यात्रा टॉय ट्रेन से की जाये तो भले बचपन में आपने टॉय ट्रेन से सफ़र न किया हो लेकिन आज की छोटी सी यात्रा कालका-शिमला का सफ़र यादगार बनने वाली हैं।
यदि भारतीय रेलवे की गौरव योजना को अच्छे से जानना चाहते हैं, तो मेरे इस लेख को जरूर पढ़ें- "भारत गौरव योजना क्या हैं? इसका फ़ायदा किसे मिलेगा?"
अगर टॉय ट्रेन जैसी मज़ेदार यात्रा करना चाहते हो या वीकेंड पिकनिक मनाना चाहते हो तो मेरे इस लेख को एक बार जरूर पढ़िये आपको आपका उत्तर मिल जायेगा।
मेरा यकीन मानिए यदि कम खर्च में आप कोई ट्रिप एन्जॉय करना चाहते हों तो इस यात्रा से अच्छा कुछ हो ही नही सकता हैं- "डॉ अम्बेडकर नगर (महू)-पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन यात्रा"
कालका शिमला टॉय ट्रेन का इतिहास
बचपन की एक कहावत हमें हमेशा याद आती हैं कि- "आवश्यकता ही अविष्कार की जननी हैं" अब तो समझ गये आप लोग कि अंग्रेजों के शासन में शिमला भारत की ग्रीष्म कालीन राजधानी थी।
चूंकि शिमला भारत के सुंदर हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता हैं। सभी अंग्रेज शिमला गर्मी की छुट्टी मनाने के लिए जाते थे। उन्होंने अपनी सहूलियत के लिए ट्रेन की सुविधा का विस्तार करना चाहा और यही चाहत आज भी जिंदा हैं।
आवागमन को सुचारू और रमणीय बनाने के उद्देश्य से ही उन्होंने यहाँ ट्रेन की सुविधा देने की सोची और 1896 से यहाँ काम शुरू हो गया तथा 1903 में कालका से शिमला की टॉय ट्रेन की सेवा शुरू कर दिया गया।
1903 में भारत का गवर्नर जनरल लार्ड कर्जन था, जिसके प्रयास से यह संभव हो सका था।
2008 में इस कालका शिमला टॉय ट्रेन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया जा चुका हैं।
वर्तमान में यह रेल खण्ड उत्तर रेलवे के अंतर्गत आता हैं। इस रेलमार्ग पर 100 से अधिक सुरंग और 800 से अधिक पुल बने हुये हैं।
कही- कही तो ट्रेन का घुमाव 45 से 50 डिग्री तक का हैं, इस तरह के घुमाव को देख कर मन रोमांच से भर जाता हैं। पूरा ट्रैक एडवेंचर और प्राकृतिक सौंदर्य तथा हरियाली से भरा पड़ा हैं।
आप यकीन शायद न करें यदि आप इस रेलमार्ग पर अपनी यात्रा नही किये तो सच मानिए आपने जीवन मे बहुत कुछ नही देखा।
कालका से शिमला के मध्य की दूरी
कालका हरियाणा राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर हैं तो वही शिमला हिमांचल प्रदेश की राजधानी हैं। इस प्रकार से दोनों शहरों का व्यापारिक और प्रशासनिक महत्व अपने में बहुत हैं।
कालका बस स्टैंड से शिमला बस स्टैंड तक कि दूरी लगभग 85 से 87 Km की हैं। यदि रेल ट्रैक की बात करें तो कालका रेलवे स्टेशन से शिमला रेलवे स्टेशन के मध्य की दूरी 96 Km की है।
इस नैरो गेज के रेल लाइन पर पैसेंजर ट्रेन, एक्सप्रेस ट्रेन और फास्ट ट्रेन के कई विकल्प मौजूद हैं, जो 4:30 घण्टे से लेकर 6:30 घण्टे तक में 96 Km की दूरी को तय करते हैं।
इस टॉय ट्रेन के रेल खण्ड पर कालका से शिमला तक छोटे से बड़े रेलवे स्टेशनों की संख्या 18 हैं। हाँ इतना जरूर हैं कि जितनी भी ट्रेन चल रही है, वे सभी अपनी कैटेगरी और क्षमता के अनुसार निर्धारित स्टॉपेजों पर रुकती हुई अपने गंतव्य स्थान पर पहुँचती हैं।
कालका शिमला टॉय ट्रेन का रंग लाल हैं
यह एक शाही यात्रा अर्थात Royal Journey हैं, जिसकी शुरुआत अंग्रेजो ने अपने उच्च अधिकारियों और गवर्नर जनरल या वायसरॉय के आने जाने जैसी सुविधाओं को ध्यान में रख कर किया था।
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह कि शिमला अंग्रेजों के समय भारत की ग्रीष्म कालीन राजधानी हुआ करती थी, इसलिए शिमला सभी का आना-जाना बना रहता था तभी Royal Look देने के लिए ही कालका शिमला ट्रेन को लाल रंग से रंग कर बाकी के टॉय ट्रेन से अलग कर दिया गया था।
Note- भारत में अन्य जो भी टॉय ट्रेन चलती हैं जैसे- दार्जिलिंग की टॉय ट्रेन, माथेरान नीलगिरी या उंटी हिल स्टेशन इत्यादि की टॉय ट्रेन का रंग नीला हैं जबकि एक मात्र कालका शिमला की ट्रेन लाल रंग होती हैं।
कालका शिमला टॉय ट्रेन की टिकट बुकिंग कैसे करें?
कालका शिमला टॉय ट्रेन की बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से किया जा सकता है। कालका रेलवे स्टेशन का कोड KLK जबकि शिमला रेलवे स्टेशन का कोड SML हैं।
आपको यहाँ हम यह भी बता दे कि कालका शिमला रेलवे की व्यवस्था को शॉर्टकट में KSR भी कहते हैं।
इस दोनों प्रकार की व्यवस्था में एक बात जरूर कॉमन हैं कि जैसे हमें भारतीय रेलवे के अन्य टिकट 4 माह यानी 120 दिन पहले ही टिकट काउंटर खिड़की से या फिर IRCTC की वेबसाइट से ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।
परंतु कालका शिमला टॉय ट्रेन की टिकट बुकिंग केवल यात्रा दिनांक से 1 महीने पहले का ही बुक कर सकते हैं और वह भी टिकट खिड़की से और IRCTC की वेबसाइट से ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
NOTE-
- कुछ टिकट जैसे फर्स्ट क्लास का टिकट मैन्युअल टिकेट कॉउंटर से ही बुक किया जा सकता हैं।
- कभी कभी साधारण टिकट या कोई टिकट ट्रेन के चलने से कुछ घण्टे पहले तक मिल जाते है, लेकिन ऐसी सीट, जगह खाली होने पर ही बुक किया जा सकता है।
कालका शिमला टॉय ट्रेन के टिकट की कीमत
कालका शिमला टॉय ट्रेन के टिकट की बात करें तो कालका से शिमला तक टिकट मूल्य इस प्रकार से हैं-
हर कैटेगरी में अलग- अलग चार्ज किया जाता हैं, यहाँ तक कि एक ही कैटेगरी के अलग- अलग ट्रेन का अलग- अलग किराया निर्धारित हैं, जो 65 रुपये से लेकर 800 रुपये तक के हैं।
आप हमेशा अपने सहूलियत के हिसाब से या अपनी टाइमिंग के हिसाब से टिकट बुक करें तो ज्यादा अच्छा होगा भले उस समय जो ट्रेन रहें और उसका टिकट मूल्य जो भी रहे।
कालका शिमला टॉय ट्रेन की समय सारणी (Time Table)
सभी ट्रेन का नाम, ट्रेन की टाइमिंग, ट्रेन नम्बर और ट्रेन का टिकट मूल्य सभी की जानकारी मैंने IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट से लिया हैं।
- KLK- SML पैसेंजर- (52457) - KLK से 03:30 बजे और SML में 08:55 बजे
- रेल मोटर ट्रेन- (72451) - KLK से 05:25 बजे और SML में 09:25 बजे
- शिवालिक डीलक्स एक्सप्रेस- (52451) - KLK से 05:45 बजे और SML में 10:50 बजे
- KLK- SML एक्सप्रेस- (52453) - KLK से 06:20 बजे और SML में 11:50 बजे
- हिम दर्शन एक्सप्रेस- (52459) - KLK से 07:00 बजे और SML में 12:30 बजे
- हिमालयन क्वीन- (52455) - KLK से 12:10 बजे और SML में 17:20 बजे
- कालका शिमला स्पेशल- (52443) - KLK से 13:05 बजे और SML में 19:40 बजे
इसमें से कुछ ट्रेन समय-समय पर बंद भी हो जाती हैं या फिर समय-समय पर चालू भी हो जाती हैं। ट्रेन के टिकट में भी परिवर्तन हो सकता हैं।
मेरा लेख केवल आपकी जानकरी के लिये हैं। आप जब भी अपना ट्रिप प्लान करें तो ट्रेन इन्फॉर्मेशन और उसकी टाइमिंग के साथ ही साथ उसका टिकट मूल्य भी वर्तमान में चेक करके ही प्लान बनाये।
तब कब जा रहे हैं कालका? ताकि शिमला तक टॉय ट्रेन के सफ़र का आनंद उठा सके और यदि आप जा चुके हैं तो अपना अनुभव जरूर से साझा करें।
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