आज हम आपको बताते हैं कि यात्रा और पर्यटन में क्या अंतर है? क्योंकि भारत देश में हम केवल घूमने का प्लान बनाते हैं और सबसे जरूरी बात की यह घूमना यात्रा में आयेगा कि पर्यटन में यह अंतर भूल जाते हैं।
और हम भारतीयों की सबसे बड़ी बात की काम होने से मतलब हैं फिर चाहे यात्रा हो या पर्यटन क्या फर्क पड़ता हैं।
नमस्कार दोस्तो मैं सूर्य प्रकाश आपका अपना चहेता सोलो यात्री आज आपके सबसे बड़े कंफ्यूज़न पर चर्चा करने जा रहे हैं,
तो चलिए फिर मेरे साथ अपनी अधूरी जानकारी को ज्ञानवर्धक बनाते हैं और मेरा आपसे वादा हैं कि आज का लेख पढ़ कर आपकी जानकारी पूर्ण हो जायेगी।
यात्रा किसे कहते हैं?
यात्रा को अंग्रेजी में Travel कहते हैं और इसको करने वाले को यात्री अर्थात Traveler कहा जाता हैं।
यात्रा का आशय हैं "दो स्थानों के मध्य आने और जाने की क्रिया ही यात्रा कहलाती हैं। अगर इस परिभाषा को थोड़ा विस्तृत करें तो हम यह कह सकते हैं कि यात्रा का अर्थ-
- उद्देश्य पूर्ण होता हैं यानी जब किसी कार्य को करना होता हैं, हम सब यात्रा करते हैं।
- यात्रा पूरी होने पर हमें पुनः अपने वास्तविक स्थान अर्थात प्रारंभिक जगह पर वापस आना होता हैं।
- यात्रा का जो भी मकसद होता हैं, वह पूरा होने पर यात्रा समाप्त मानी जाती हैं।
- यात्रा को हम पैदल या विभिन्न माध्यम यानी साधन से जैसे साईकल, मोटरसाइकिल, बस, मोटरकार, ट्रेन, फ्लाइट इत्यादि से सम्पन्न किया जाता हैं।
- यात्रा किसी भी स्थान का किया जा सकता हैं यानी इसके लिए किसी निश्चित स्थान विशेष का चुनाव किया जाता हैं।
- यात्रा छोटी या बड़ी किसी भी प्रकार की हो सकती हैं। जैसे कि यात्रा कुछ घण्टो की हो सकती हैं या फिर कुछ दिनों की भी की जाती हैं।
- यात्रा एक विस्तृत शब्द हैं जिसमें पर्यटन भी शामिल होता हैं लेकिन पर्यटन में आप यात्रा को शामिल नही कर सकते हैं।
- यात्रा घूमने का हो सकता हैं या शैक्षणिक या व्यापारिक या व्यक्तिगत कई प्रकार की हो सकती हैं।
- यात्रा आपके निश्चित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जाता हैं क्योंकि जब आपका लक्ष्य पूरा हो गया तो यात्रा को समाप्त करना होता हैं।
- यात्रा में ज्यादा परिधान विशेष पर ध्यान नही दिया जाता हैं, परन्तु मौसम विशेष को ध्यान में रख कर ही यात्रा को किया जाता हैं।
पर्यटन किसे कहते हैं?
पर्यटन को अंग्रेजी में Tourism कहते हैं, इसको करने वाले को Tourist अर्थात पर्यटक कहा जाता हैं। अगर Tourism पर सूक्ष्म दृष्टि डाली जाये तो यह शब्द Tour से बना हैं, जिसका अर्थ भ्रमण करने से हैं।
पर्यटन से आशय
अब यदि सभी को मिला कर एक परिभाषा बनायी जाये आप यही कहेंगे कि घूमने या भ्रमण करने की क्रिया ही पर्यटन कहलाती हैं, जो कि पर्यटक के द्वारा की जाती हैं।
अब इसी परिभाषा को थोड़ा विस्तार पूर्वक समझना हो, तो निम्न रूप में इसे व्यक्त कर सकते हैं-
- पर्यटन में एक टूर प्लान करना होता हैं, जिसमें आपको घूमने के लिए एक स्थान का चयन करना पड़ता हैं और उसका पूरा डिटेल भी आपको मालूम होना चाहिए।
- आप अपना टूर या ट्रिप अपने बजट के अनुसार छोटा या बड़ा बना सकते हैं। यानी पर्यटन में आपको अपना बजट बना कर चलना होगा क्योंकि टूर के दौरान कदम- कदम पर नगद की जरूरत पड़ेगी।
- पर्यटन एक छोटी यात्रा से भी शुरू कर सकते हैं और बाद में इसे बढ़ा भी सकते हैं या फिर घटा भी सकते हैं अर्थात अपने समय को मैनेज करना भी पर्यटन कहलाता हैं।
- पर्यटन में घूमने का प्लान सोलो ट्रैवलर या फैमिली ट्रिप या फिर दोस्तो के साथ ग्रुप में भी कर सकते हैं।
- घूमने के लिए मौसम का ध्यान देना जरूरी हैं अर्थात गर्मी में हिल स्टेशन और ठंडी के समय मैदानी या तटीय इलाकों में घूमा जा सकता हैं।
- पर्यटन में प्राकृतिक सौंदर्य का नज़ारा या लांग ड्राइव जैसे विषयों को केंद्र बिंदु में रख कर ट्रिप कर सकते हैं।
- पर्यटन में मनोरंजन और रोमांच का भी पूरा ध्यान आपको रखना होगा, जिससे कि आपकी यात्रा कभी न भूलने वाली एक यादगार यात्रा बन सकें।
- पर्यटन में आपको अपने पहनावा अर्थात परिधान का भी पूरा ख्याल रखना होगा ताकि मौसम के अनुसार आप अपने शरीर को आरामदायक बना सके।
- पर्यटन का एक ही उद्देश्य होता हैं कि आपको नये जगहों का पूरा भ्रमण करना हैं, तो उसके बारे में पूरा गहन अध्ययन जरूर कर ले।
- पर्यटन में अनेक एक्टिविटी जैसे कि- ट्रैकिंग, धार्मिक ट्रैकिंग, हाईकिंग, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, कैंपिंग या पैरासेलिंग इत्यादि रोमांच का लुत्फ़ उठाया जा सके।
आपका घूमना यात्रा हैं या पर्यटन?
यह आम जीवन में यात्रा को लेकर सबसे बड़ी समस्या हैं कि आपकी यात्रा, पर्यटन है या फिर केवल साधारण यात्रा भर हैं।
एक बात जरूर ध्यान देने वाली हैं कि यदि आप केवल अपने किसी व्यक्तिगत कार्य या किसी से मिलने या फिर कोई भी अन्य उद्देश्य पूर्ण काम के सिलसिले में किसी स्थान का भ्रमण कर रहे हैं, तो निश्चिंत रहिए आप एक यात्रा पर हैं, जबकि-
यदि आप किसी स्थान को केवल घूमने या मनोरंजन के उद्देश्य से किसी स्थान का विजिट करने जा रहे हैं चाहे वह स्थान कोई भी धार्मिक स्थल हैं जहाँ दर्शन करना उद्देश्य हैं या
फिर कोई पिकनिक स्पॉट या फिर हिल स्टेशन पर शुकुन के चंद दिन गुजरने के लिए किसी यात्रा पर हैं, तो निश्चित ही आप पर्यटन के लिए अपने घर से निकले हैं।
Note- आप चाहे कोई साधारण यात्रा पर जा रहे हो या फिर पर्यटन की दृष्टि से घूमने के लिए जा रहे हैं, आपको रुकने के लिए धर्मशाला, होटल, लॉज, मोटल या होम- स्टे की जरूरत पड़ेगी ही और साथ ही साथ आपको-
ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर के लिए रेस्टोरेंट, ढाबा भोजनालय या स्पेशली लंगर की भी आवश्यकता जरूर पड़ेगी। इन सब बातों का भी ध्यान करके आप अपने यात्रा या फिर पर्यटन को सुविधा पूर्ण बना सकते हैं।
आशा करता हूँ कि आज आपको इस लेख अच्छी जानकारी मिली होगी। अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो हमें कमेंट्स करके जरूर बताइयेगा कि आपने यात्रा कितनी किया है या फिर कितनी बार अपने घर से पर्यटन के लिए निकले हैं।
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