आप जम्मू स्थित कटरा के ऐतिहासिक और प्राचीन गुफा मंदिर माँ वैष्णो देवी मंदिर के बारे में तो सुना ही हैं और कई भक्तों के द्वारा श्रीमाता वैष्णो देवी के दरबार में अपने शीश नवा चुके हैं।
लेकिन आज मैं जिस वैष्णो देवी माता जी के दरबार पर चर्चा करने जा रहा हूँ, उनके भी दर्शन करके आप अपनी सभी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं।
मैं आपका सोलो यात्री आज वाराणसी के तंग गलियों से बाहर निकल कर बनारस शहर में ही स्थित वैष्णो देवी मंदिर पर आपको पूरी जानकारी देने जा रहा हूँ।
वैसे तो वाराणसी पर मैंने कई लेख लिखा हुआ हैं आप मेरे साइट tripghumo पर जा कर सबका अवलोकन कर सकते हैं।
आज के इस मंदिर की खासियत यह हैं कि यह भी सीढ़ीनुमा गुफा में स्थापित हैं और मन्दिर का मुख्य गर्भगृह आपको जम्मू के कटरा स्थित श्रीमाता वैष्णो देवी के पवित्र गुफा रास्ता की याद दिलायेगा।
वाराणसी में मन्दिर कहाँ पर स्थित हैं?
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के आध्यात्मिक और धार्मिक नगरी जो गंगा नदी के किनारे स्थित सबसे पवित्र और धार्मिक नगरों में से एक नगर वाराणसी यानी काशी में स्थित हैं।
यह मन्दिर वाराणसी जिले तिलमापुर में रंगीन दास पोखरा के पास बने मन्दिर परिसर में माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर का दर्शन किया जा सकता हैं।
यह मन्दिर वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से लगभग 10 Km की दूरी पर स्थित हैं, तो वही आशापुर चौराहा से मात्र 2.5 Km की दूरी पर स्थित हैं।
यदि नज़दीकी रेलवे स्टेशन की बात करें तो सारनाथ रेलवे स्टेशन हैं, जहाँ से इस मंदिर की दूरी लगभग 4 Km के आसपास हैं। सारनाथ रेलवे स्टेशन वाराणसी कैंट से गाज़ीपुर रेल मार्ग पर स्थित हैं।
यदि एयरपोर्ट की बात करें तो वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट मात्र 25 से 30 Km की दूरी पर इस मंदिर से दूर हैं, यदि आप हवाई सफ़र से भी यहाँ पहुँचना चाहते हैं तो आ सकते हैं बस आपको अपने शहर से हवाई जहाज की कनेक्टिविटी देखनी होगी।
मन्दिर की विशेषता
मन्दिर के मुख्य गर्भगृह में आप गुफा के रास्ते ही दर्शन करने के लिए सीढ़ियों के प्रयोग करके जायेंगे।
माता पिंडी रूप में विराजमान हैं, आपको देख कर लगेगा कि आप जम्मू के कटरा स्थित माता वैष्णो देवी के दर्शन कर रहे हैं।
मन्दिर में माता की पिंडी के पास एक अखण्ड ज्योति जलाई गई हैं और यह कहा जाता हैं कि यह ज्योति जम्मू के कटरा स्थित माता वैष्णो देवी के मन्दिर से एक अंश के रूप में लाकर के यहाँ स्थापित किया गया हैं।
मन्दिर में माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद जब आगे बढ़ेंगे तो भैरव बाबा का मन्दिर मिलेगा जिनका दर्शन किये बिना आपका माता जी के दर्शन करना अधूरा माना जाता हैं।
मन्दिर परिसर में आपको शिव जी और राम, सीता माता और लक्ष्मण जी के साथ ही अनेक देवी देवताओं की मूर्ति मिलेगी जिनका आप दर्शन कर सकते हैं।
मंदिर पर कैसे पहुँचे
मंदिर पर जाने के लिए आपको वाराणसी में कही भी अपने पसंदीदा साधन जैसे ट्रेन, बस या हवाई जहाज के माध्यम से आना होगा। उसके बाद आप सिटी बस या टैम्पो के द्वारा इस मंदिर पर आसानी से पहुँच सकते हैं।
यदि आप अपने निजी साधन या टैक्सी बुक करके आ रहे हैं तो बहुत आसानी से मंदिर परिसर तक पहुँच सकते हैं।
मंदिर का प्रसाद
मंदिर परिसर पर बने हुए दुकानों से आप माता की चुनरी, नारियल, इलाइची दाना का प्रसाद, माता का श्रृंगार या अपने सुविधा के अनुसार कोई भी प्रसाद मन्दिर में चढ़ा सकते हैं।
मंदिर पर मेला का आयोजन
मन्दिर पर वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन करने के लिए होती रहती हैं लेकिन वर्ष में पड़ने वाले दोनों नवरात्रों में आपको ज्यादा भीड़ देखने को मिल जायेगी। इस समय यहाँ मेला का माहौल बना रहता हैं।
इसके अलावा सावन के पवित्र माह में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने लायक होती हैं, लेकिन आपको यह भी बताते चले कि यदि नवरात्र और सावन के महीना हटा दिया जाये तो बाकी दिनों आप आराम से माता के दर्शन कर सकते हैं।
आशा करते हैं कि आपको यह लेख बहुत पसंद आया होगा तो बताइये की कब आप माता के दर्शन करने जा रहे हैं? और यदि आप इस मंदिर में दर्शन कर चुके हैं तो अपना अनुभव हमसे साझा करना मत भूलियेगा अपना कमेंट्स देकर।
धन्यवाद।
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