वर्तमान में भारत देश में पर्यटन की स्थिति कैसा है क्या टूर एंड ट्रेवल एजेंसी शुरू करके आप अच्छा कमाई कर सकते हैं?अगर आप भी tours & travels agency शुरू करने की सोच रहे हैं तो इस लेख में रजिस्ट्रेशन, एजेंसी शुरू करने फायदा, कितना खर्च लगेगा, कितने लोगों की जरुरत होगी इत्यादि बातों को जानेंगे।
विश्व में जनसंख्या के मामले में चीन के बाद दूसरे नम्बर पर हैं। भारत देश विभिन्न संस्कृतियों में एकता वाला देश हैं, जहाँ पर -
"अतिथि देवों भवः" और "अतुल्य भारत" जैसे पारंपरिक रूप से समर्थन सरकार ही नही यहाँ की जनता भी करती हैं।
यहाँ पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं तभी तो प्रत्येक वर्ष और वर्ष भर सैलानी भारत भ्रमण को आते हैं, जहाँ भारतीय संस्कृति और सभ्यता को अपने सर माथे लगाते हैं।
अगर पिछले कुछ वर्षों के आकंड़े को देखा जाये तो 2017 में लगभग 1.4 करोड़ विदेशी पर्यटक भारत की धरती पर घूमने आए थे, जबकि 2018 में लगभग 10% की वृद्धि देखी गईं।
अगर पर्यटन का भारतीय जीडीपी (GDP) यानी सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 6% वार्षिक योगदान है तो वही दूसरी ओर पर्यटन के बढ़ने से लगभग वार्षिक 8.5% का रोजगार में भी वृद्धि देखा गया हैं।
जिस प्रकार से भारतीय पर्यटन में दिन- रात बढ़ोत्तरी हो रही हैं, तो टूर, ट्रैवेल और ट्रिप प्लानर में अत्यधिक वृद्धि हो रही हैं। एशिया में बहुत देश हैं, जिसमें भारत देश में घूमने और पर्यटन के अत्यधिक संभावना हैं।
दोस्तों आज के परिवेश में यदि सबसे बेहतरीन अवसर देखा जाये तो पर्यटन (Tourism) के क्षेत्र में हैं, बस जरूरत हैं लगन की।
वो कहते हैं न कि "कौन कहता हैं कि आसमान में सुराग नही हो सकता, बस एक पत्थर तबियत से उछालो यारों"
जी, हाँ दोस्तों आज का लेख टूर, ट्रैवेल, यात्रा और ट्रिप (Trip) करने के जानकारी को आतिथ्य सत्कार या अतिथि सत्कार के रूप में जन जागरूकता के साथ तथा उसे और बेहतर ढंग से प्रोफेशनल तरीके से जन- जन तक पहुँचाने को लेकर के हैं।
तो चलिए फिर आज इस पर एक विस्तृत चर्चा किया जाये वह भी हिंदी में। आज हम ट्रैवेल एजेंसी के प्रत्येक स्तम्भ का बहुत ही बारीकी से अध्ययन करेंगे तो इसके अंतर्गत-
ट्रैवेल एजेंसी किसे कहते हैं?
Travel Agency मुख्य रूप से दो शब्दों से मिलकर बना हैं, जहाँ Travel का अर्थ हैं- घूमना, सफ़र या भ्रमण करना या यात्रा करना, जबकि Agency का अर्थ होता हैं- संस्था, माध्यम, अभिकरण से हैं।
अब यदि दोनों शब्दों को एक साथ मिला दिया जाये तो बनता हैं "ट्रैवेल एजेंसी" या "Travel Agency" जिसका वास्तविक अर्थ होता हैं "किसी संस्था या अभिकरण के द्वारा घूमना, सफ़र या यात्रा करना हैं"
ट्रैवेल एजेंसी को कैसे शुरू करें?
सर्वप्रथम आप यह निश्चय करें कि ट्रैवेल बिज़नेस जहाँ शुरू करने जा रहे हैं वहाँ पर पर्यटन की स्थिति कैसी हैं? किसी अनुभवी व्यक्ति जैसे कि कोई पहले से इस व्यवसाय में लगा हुआ हैं तो उससे विचार- विमर्श करके स्टार्ट किया जा सकता हैं।
फिर आप इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। आप किसी प्रसिद्व पर्यटन टूर ऑपरेटर या कंपनी की फ्रेंचाइजी ले कर के बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं।
टूर और ट्रिप या यात्रा के लिए आप ट्रैवेल एजेंसी जो शुरू कर रहे हैं उसके लिए एजेंसी संचालन का लाइसेंस भी बनवा कर शुरू किया जा सकता हैं।
यानी आप अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड करा कर शुरू कर सकते हैं और अपना लक्ष्य निर्धारित जरूर करें ताकि व्यवसाय का फायदा और नुकसान का आकलन लगाया जा सके।
सर्वप्रथम बिजनेस शुरू करने के लिए आपको निम्नलिखित बिंदुओं पर गौर करना होगा।
- ट्रैवेल एजेंसी के लिए अलग से बैंक एकाउंट की जरूरत पड़ेगी।
- टूर और ट्रैवेल की सुविधा देने वाली किसी प्रसिद्ध कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पर विचार कर सकते हैं।
- यदि सरकार की रेजिस्ट्रेशन पालिसी की जरूरत हैं, तो अपनी ट्रैवेल एजेंसी को रजिस्टर्ड करा कर शुरू कर सकते हैं।
- आपको ऑफिस के लिए कुछ आवश्यक फर्नीचर जैसे- टेबल, कुर्सी, लॉकर, अलमारी, स्टूल इत्यादि की व्यवस्था करनी पड़ेगी।
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, फोन और अच्छी स्पीड वाली इंटरनेट कनेक्शन की भी जरूरत पड़ेगी।
- आप कस्टमर से ऑनलाइन पेमेंट ले सके क्योंकि वर्तमान समय में अब कैशलेस की व्यवस्था होने के कारण तो उसके लिए उचित व्यवस्था करनी होगी।
- ऑफिस में एक कार्यालय सहायक यानी स्टाफ की जरूरत हमेशा पड़ेगी और उसके लिए स्टाफ को कम से कम ग्रेजुएट होना तथा हिंदी के साथ अंग्रेजी भाषा की भी जानकारी होनी चाहिए।
टूर & ट्रैवेल एजेंसी का काम
ट्रैवेल एजेंसी घूमने- घूमाने का ऐसा प्लेटफार्म या व्यवस्था या संस्था या व्यवसाय हैं, जहाँ सैलानियों या पर्यटकों को उनके अनुरोध पर दी जानी वाली सेवा या सुविधाओं से हैं और उसके लिए कुछ चार्ज प्रयोगकर्ता (User) के द्वारा ट्रैवेल एजेंसी को देना होता हैं।
ट्रैवेल एजेंसी के द्वारा मिलने वाली सुविधा
- किसी निश्चित स्थान विशेष पर घूमने या दर्शन के लिये जाने और आने के लिए प्रयोगकर्ता (यूजर) के द्वारा बताये हुये जगह से उसकी पसंद की मोटर वाहन देना।
- बस, ट्रेन, फ्लाइट के टिकट के साथ ही क्रूज़ की बुकिंग करना।
- यूजर के लिए होटल या यात्री निवास की बुकिंग करना।
- यात्रियों को गाइड करते हुये घूमने के लिए टूर प्लान मैनेज करना या उचित मशवरा या सलाह देना।
- एक विशेष टूर या ट्रिप (Trip) पैकेज तैयार करना जिसमें सैलानियों को छोटी से बड़ी सभी सुविधा मिल सके।
- यात्री के लिए पासपोर्ट तथा वीसा बनवाने में सहायता करना।
- अन्य दूसरे देशों की मुद्रा को बदलने की व्यवस्था करना।
Note- आज कल वर्तमान में यात्रियों का टूर बीमा इत्यादि जैसी सुविधा भी प्रोवाइड करा रही हैं।
ट्रैवेल एजेंसी के फायदे?
ट्रैवेल एजेंसी के होने से आपका टूर या ट्रिप बहुत ही आसान हो जाता हैं क्योंकि ट्रैवेल एजेंसी एक प्रोफेशनल रूप से कार्य करती हैं, ताकि यूजर को अच्छी से अच्छी सेवा या सुविधा दिया जा सके।
कभी- कभी हम सभी जब किसी स्थान विशेष पर घूमने जाते हैं, तो होटल, साइट सीन,ट्रांसपोर्ट इत्यादि के बारे में पूरी वास्तविक जानकारी नही होने पर ट्रैवेल एजेंसी आपकी सबसे बढ़िया विकल्प या दोस्त के रूप में साथ निभाती हैं।
जब भी किसी नये जगह पर आप जाते हैं, तो बहुत सी छोटी से छोटी जानकारी न होने के कारण पैसे ज्यादे खर्च हो जाते है। हम मानते हैं कि ट्रैवेल एजेंसी अपनी जो भी सुविधा अपने यूजर को देते हैं, बदले में कुछ चार्ज भी लेते हैं, परन्तु-
आपको एक अनजान शहर में किसी भी बात की तकलीफ नही होती हैं क्योंकि बस से लेकर ट्रेन या फ्लाइट बुकिंग के साथ रुकने के होटल से पासपोर्ट और वीसा तक जरूरी डॉक्यूमेंट बनवाने में मदद करते हैं।
इसका फायदा ट्रैवेल एजेंसी के साथ- साथ यूजर अर्थात सेवा लेने वाले तक दोनों को होता हैं। जहाँ एक तरफ सेवा प्रयोक्ता को अपना Trip या Tour बिना टेंशन के एन्जॉय करते हैं तो दूसरी ओर एक ट्रैवेल एजेंसी को रोजगार की प्राप्ति होती हैं।
ट्रैवेल एजेंसी के फायदे संक्षेप में
- ट्रैवेल के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने पर कमाई।
- पासपोर्ट और वीसा बनवाने में मदद करके कमाई।
- होटल या रुकने की अच्छी व्यवस्था उपलब्ध करा कर कमाई।
- ट्रिप प्लानर की भूमिका निभा कर के कमाई।
- टूर और ट्रैवेल में मशवरा देकर की जाने वाली कमाई।
ट्रैवेल एजेंसी से कितना कमा सकते हैं?
ट्रैवेल एजेंसी एक प्रकार से एकल और संयुक्त उधम के रूप में स्थापित व्यवस्था या संस्था होती हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के सुविधाओं से कमाई की जाती हैं क्योंकि यह एक सेवा प्रदाता के रूप में कार्य करता हैं।
चूंकि यह एक सेल्फ स्टैंड बिज़नेस हैं, तो हो सकता हैं कि नया ट्रैवेल एजेंसी होने के कारण पहले कमाई उतना नही हो सकती हैं लेकिन कुछ माह के बाद ही प्रॉफिट होना शुरू हो जायेगा।
पर्यटन का क्षेत्र दिन- प्रतिदिन ग्रो कर रहा हैं, जिससे कि इस क्षेत्र में ट्रैवेल एजेंसी के रूप में जल्दी से एस्टेब्लिश होने की सम्भवना बढ़ जाती हैं।
एक बात इतना जरूर मान लेना चाहिए कि प्रतिमाह कमाई का आकलन नही किया जा सकता हैं। आप टूरिज्म के हर सीजन में बढ़ते रहेंगे।
तब भी अगर अनुमान लगाये तो एक माह की कमाई कम से कम 50000 से एक लाख रुपये तक होगी लेकिन अधिकतम कितना जा सकता हैं? उसकी कोई सीमा नही हैं, वो सिर्फ आपके काबिलियत पर निर्भर करेगा।
ट्रैवेल एजेंसी शुरू करने के लिए कितने लोगों की जरूरत पड़ेगी?
यह एक छोटा उधम हैं, जो केवल एकल यानी एक लोग भी शुरू कर सकते हैं नही तो दो या तीन मिल कर संयुक्त रूप से भी शुरू किया जा सकता हैं।
ट्रैवेल एजेंसी केवल एक कमरे से भी शुरू किया जा सकता हैं, चूंकि इस व्यवसाय में मेन्स पावर अर्थात मानव ऊर्जा का कार्य केवल कंप्यूटर या लैपटॉप से होता हैं।
इसलिए अगर ट्रैवेल एजेंसी का व्यवसाय शुरू करना हो तो अधिकतम दो या तीन सदस्य से शुरू किया जा सकता हैं नही तो अकेले भी लोग इसको शुरू कर सकते हैं।
टूर एंड ट्रैवेल एजेंसी स्टार्ट करने में कितना खर्च आयेगा?
अब बात खर्च पर कर लिया जाये कि कितने पूँजी की आवश्यकता होगी इस बिज़नेस को शुरू करने के लिये। देखिये हौसला अफजाई के लिए ये बात अच्छी लगती हैं कि कम पैसे से और लगन के साथ मेहनत से किसी भी बिज़नेस को शुरू कर सकते हैं।
लेकिन लगन और मेहनत तो आप को अपने बिजनेस को आगे ले जाने के लिए तो करना ही करना हैं, परन्तु कम से कम 5 लाख रुपये और अधिकतम 12 लाख तक के इन्वेस्टमेंट से टूर एंड ट्रेवल एजेंसी का बिज़नस शुरू किया जा सकता हैं कयोंकि पैसा सबसे जरूरी होता हैं किसी भी बिजनेस के स्टार्ट करने के लिये, लेकिन
इस ट्रैवेल एजेंसी के व्यवसाय में ज्यादा पैसे की जरूरत नही होती हैं, इसीलिए यदि आप के पास 5 लाख से 10 या 12 लाख रुपया हो तो पर्याप्त हैं। यदि 12 लाख रुपये से शुरू करते हैं बिजनेस, तो बिज़नेस बैक- अप में आपका यह अतिरिक्त रुपया काम आयेगा।
अगर पैसे की कोई कमी होती हैं, तो सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जाती हैं, जिसके लिए ऋण की सुविधा भी उपलब्ध हैं। आप चाहे तो ऋण लेकर के भी अपना बिज़नेस शुरु किया जा सकता हैं।
कहाँ करें टूर एंड ट्रेवल एजेंसी के लिए रजिस्ट्रेशन?
आप अपने टूरिज्म बिज़नेस या टूर एंड ट्रैवेल एजेंसी जैसे बिज़नेस के लिये "मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म" में अपने एजेंसी का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
इसके लिए आपको ऑनलाइन एप्लीकेशन भरना होगा और फॉर्म भरने से पूर्व लॉगिन और पासवर्ड जनरेट करना होगा।
कुल मिलाकर आज के वर्तमान समय में ट्रैवेल एजेंसी का व्यापार एक फायदे वाला व्यवसाय हैं क्योंकि भारत में पिछले कुछ दशकों में घरेलू और विदेशी भ्रमण के लिए पर्यटकों में काफी उत्साह देखा जा रहा हैं।
कोई भी हो चाहे किसी भी स्तर की कमाई करने वाला हैं, वह अपने बजट के मुताबिक छोटी से बड़ी यात्रा प्लान करता हैं या ट्रिप (Trip) प्लान करके घूमने और दर्शन करने के लिए हमेशा नये- नये स्थान पर जाता रहता हैं।
इसीलिए टूर पैकेज या टूर प्लान के रूप में ट्रिप को सफल बनाने के लिए अधिकतर लोग ट्रैवेल एजेंसी का सहारा लेते हैं।
सुशील कान्त
चार धाम यात्रा
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