"भये प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी "
उपरोक्त सूक्ति तुलसीदास जी के द्वारा लिखा गया अत्यंत मधुर भजन के रूप में प्रसिद्ध हैं, यह पूरा नही हैं मेरा केवल यहाँ इस लाइन देने का आशय मात्र श्री रामचन्द्र जी के मन्दिर स्थापना से हैं।
आज अयोध्या देश ही नही बल्कि पूरे संसार में अपनी दिव्य और अलौकिक छँटा बिखेर रहा हैं, क्योंकि रामलला अपने स्थान पर विराजमान हो चुके हैं।
अयोध्या प्रभु श्रीराम की नगरी हैं, अयोध्या आस्था की नगरी हैं, यहाँ कण कण में प्रभु राम बसते हैं। अयोध्या में प्रभु श्रीराम जी का जन्म हुआ हैं, श्रीराम शब्द ही मर्यादा का प्रतीक हैं तभी तो इन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम भी कहते हैं।
आज हम आपको श्री रामलला जन्मभूमि धाम ले कर चल रहे हैं, जहाँ पर जन्मभूमि मन्दिर में 22 जनवरी, 2024 को प्राणप्रतिष्ठा हो चुका हैं, बस अब आपको अपने समय के अनुसार जा कर दर्शन करने की देरी हैं।
आज के लेख में अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के दर्शन करने के लिए क्या आवश्यक हैं? कब पूजा करने जाये? और आरती का समय क्या हैं? से लेकर मन्दिर के कपाट खुलने- बंद होने की समस्त जानकारी देने वाले हैं।
तो चलिये अपने सोलो यात्री के साथ अयोध्या दर्शन कर के आये। आज इस लेख में आप सभी को मैं निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा करेंगे-
अयोध्या का ट्रिप कितने दिन का बनाये
अयोध्या अगर आपको केवल रामजन्म भूमि मन्दिर का दर्शन करना हैं, तो एक दिन आपके लिए बहुत हैं, परन्तु आप जन्मभूमि मन्दिर के साथ ही अन्य मंदिरों का भी दर्शन करना चाहते हैं तो कम से कम 2 से 3 दिन का समय लेकर चलना होगा।
यदि आपको अयोध्या के बारे में विधिवत जानकारी चाहिए तो मेरे पहले के लेख- "अयोध्या-मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की नगरी हैं" को एक बार जरूर पढ़ें।
वैसे आज का लेख सिर्फ रामलला मन्दिर पर हैं, तो हमारी पूरी चर्चा इसी पर होगी। अतः 1 दिन के समय मे आप अच्छे से दर्शन कर लेंगे।
अयोध्या जाने का सही समय
आप मन्दिर में दर्शन करने वर्ष में किसी भी महीने में जा सकते हैं। बस एक बात का ध्यान रखना होगा आपको कि यदि आप भीड़भाड़ नही पसंद करते हैं तो किसी त्योहार और तिथि विशेष पर दर्शन करने मत जाइयेगा।
बाकी आप रामलला के दर्शन कभी भी अयोध्या जा कर कर सकते हैं, आपको प्रभुराम के बाल रूप के दिव्य दर्शन होंगे।
Note-
उत्तर भारत का मैदानी भाग होने के कारण यहाँ आपको 15 अप्रैल से 15 अगस्त तक गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
ऐसे में आप दर्शन तो कर लेंगे, परन्तु धूप के कारण अन्य जगह जा नही पायेंगे। गर्मी से यदि आपको समस्या हैं, तो ग्रीष्म ऋतु में जाने से बचे।
मन्दिर में दर्शन करने का समय
रामजन्म भूमि मन्दिर में भक्तगण प्रतिदिन-
सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
दोपहर 2:30 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक, आप सभी रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
बात यदि मन्दिर के खुलने और बंद की करे तो इस समय में परिवर्तन किया जा सकता हैं।
अभी फिलहाल सुबह 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक यानी कुल 15 घण्टे के लिए मन्दिर भक्तों के दर्शन के लिए खुल रहा हैं। इस 15 घण्टे के समय में दोपहर के विश्राम का समय भी ढाई घंटे का शामिल हैं।
मन्दिर में आरती का समय
प्रभु श्रीराम जन्मस्थली मन्दिर के आरती में शामिल होना चाहते हैं, तो आपको आरती के समय- सारणी के अनुसार मन्दिर में आरती दर्शन के लिए जाना होगा-
मंगला आरती- 4:30 बजे सुबह
श्रृंगार आरती- 6:30 बजे सुबह
प्रसाद भोग आरती- 11:30 बजे दोपहर
मध्यान्ह आरती- 2:30 बजे दोपहर
संध्या आरती- 6:30 बजे शाम
शयन आरती- 8:30 बजे रात्रि
नोट- मुख्य मंदिर का कपाट (गर्भगृह का पट) दोपहर 12 बजे से 2:30 बजे तक और रात्रि में 10 बजे से सुबह 4:30 बजे तक विश्राम के लिए बंद रहता हैं।
मन्दिर में दर्शन और आरती के लिए पास की व्यवस्था
आप मंदिर परिसर में बने काउंटर से ऑफलाइन से या ऑनलाइन के लिए-
srjbtkshetra.org पर जाकर रेजिस्ट्रेशन करने के बाद e_pass बना सकते हैं। इस साइट के होम पेज पर जा कर आरती वाले सेक्शन में आ कर अपने सुविधा के अनुसार दिनांक के लिए बुकिंग कर सकते हैं।
यदि आप रामजन्म भूमि मन्दिर के लिए दान करना चाहते हैं, तो आप मन्दिर में बने दानपात्र में या ऑनलाइन भी दे सकते हैं।
मन्दिर के लिए प्रसाद की व्यवस्था
जब आप मंदिर में दर्शन करने के लिए जायेंगे, तो वापसी में अर्थात मंदिर परिसर से बाहर निकलने वाले रास्ते पर प्रसाद देने की व्वयस्था की गई हैं।
इस प्रसाद को मंदिर प्रशासन की तरफ से निःशुल्क वितरित किया जा रहा हैं। वर्तमान समय में भक्तों की भीड़ देखते हुए प्रसाद के वितरण के लिए ऑटोमेटिक मशीन लगी हुई हैं, जिससे भक्तगण आसानी से प्रसाद ग्रहण कर सकें।
मंदिर का प्रसाद क्या हैं?
आपको मंदिर प्रशासन से मिलने वाला प्रसाद "चीनी और इलाइची दाने" से बना हुआ प्रसाद (आकार में थोड़े बड़े वाले दाने) जिसे सरल भाषा में "इलाइची दाना" कहते हैं, यह प्रसाद मंदिर के परिसर में मिलेगा वह भी निःशुल्क हैं।
Note-
अभी फिलहाल भक्तों को अपने तरफ से बिना अनुमति के फल, मेवा और शुद्ध मिठाई चढ़ाने की व्यवस्था नही दिया गया हैं।
एक बात और ध्यान देने योग्य हैं कि सुरक्षा की दृष्टि से आप फूल माला, नारियल, कोई भी श्रृंगार की वस्तु मंदिर में चढ़ाने के लिए नही ले जा सकते हैं।
हो सकता है कि आगे कोई नई गाइड लाइन जारी कर के श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध कराई जा सकें।
मन्दिर में दर्शन के लिए ध्यान दें
मंदिर में दर्शन करने जाते समय आपको कुछ बातों का ध्यान देना होगा--
- आप मंदिर के सिंह द्वार से प्रवेश करेंगे,आपको इसके लिए लाइन लगानी होगी।
- यदि आप दिव्यांग की श्रेणी में या चलने में असमर्थ हो तो आपके लिए प्रवेश द्वार पर व्हीलचेयर की व्यवस्था भी मंदिर प्रशासन की तरफ से रहेगी।
- आप मंदिर में धूप, अगरबत्ती, माचिस या पूजन की कोई भी अन्य सामग्री जिससे सुरक्षा व्यवस्था को दिक्कत हो आप नही ले जा सकते हैं।
- आप कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे घड़ी, मोबाइल, पेन, इयरफोन इत्यादि को ले जाना मना हैं।
- आप कोई लगेज, बैग या पर्स या चमड़े का सामान जैसे बेल्ट, वॉलेट हैंड पर्स इत्यादि को भी ले जाना वर्जित हैं।
Note-
- आप केवल जरूरी सामान में चश्मा, रुपया- पैसा और जीवन रक्षक कोई वस्तु अपने साथ ले जा सकते हैं, मंदिर में दर्शन करने जाते समय।
- आप अपने मोबाइल, पेन या अन्य कोई जरूरी सामान को मन्दिर परिसर से सटे हुए या आने- जाने के रास्ते मे बने हुए लॉकर में जमा कर सकते हैं।
मंदिर परिसर का मुख्य परिधान
आप साधारण वस्त्र यानी पूरे शरीर को ढकने वाले वस्त्र (स्त्री और पुरुष दोनों के लिए) जैसे कि पुरुष के लिए धोती- कुर्ता, कुर्ता- पैजामा, पैंट- शर्ट या पूरा पैर ढकने वाले जीन्स तथा ट्रोउजर्स जैसे वस्त्र को पहना जा सकता हैं।
वही दूसरी तरफ स्त्रियों के लिए साड़ी, सूट, पूरे बाह और पूरे पैर को ढकने वाले वस्त्र पहन कर मंदिर में प्रवेश करने की इजाजत हैं। ध्यान रहें फटी जीन्स या हाफ जीन्स और लोअर जैसे वस्त्रों को नही धारण करना हैं।
अयोध्या कैसे पहुँचे
अयोध्या आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग तीनो माध्यम से पहुँच सकते हैं। अयोध्या सड़क मार्ग में उत्तर प्रदेश के साथ अन्य राज्यों के प्रमुख नगरों से सीधे जुड़ा हुआ हैं।
UPSRTC की बसे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से डायरेक्ट जुड़ी हुई हैं। अन्य राज्यों की सरकारी और प्राइवेट बस या निजी साधन या फिर टैक्सी बुक करके आप धार्मिक स्थल पर आसानी से पहुँच सकते हैं।
यदि आप रेल से पहुँचने का प्लान बना रहे हैं तो अयोध्या के रेलवे स्टेशन का नाम "अयोध्या धाम जंक्शन" हैं जो वाराणसी लखनऊ के रेल खण्ड पर स्थित प्रमुख स्टेशन है।
आज अयोध्या का रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख नगरों से सीधा जुड़ गया हैं। आप ट्रेन के द्वारा कम खर्च में अयोध्या पहुँच सकते हैं। रेलवे स्टेशन से श्री रामजन्म भूमि की दूरी मात्र 1.5 Km की हैं।
अयोध्या का अपना एयरपोर्ट हैं जिसका नाम "महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट" हैं, जहाँ पर घरेलू और विदेश से डायरेक्ट सेवा का विस्तार किया गया हैं। हवाई अड्डा से श्री रामजन्म भूमि की दूरी मात्र 12 से 15 Km हैं, जिसे आप ऑटो या टैक्सी से तय करके आसानी से मन्दिर दर्शन के लिए जा सकते हैं।
अयोध्या में कहाँ रुके?
अयोध्या आज वैश्विक पटल पर आ चुका हैं, वर्तमान में हर कोई अयोध्या कम से कम एक बार जरूर दर्शन करने के लिए आना चाहता हैं, इसलिए यहाँ पर रुकने के लिए अनेक 5 स्टार से लेकर कई महंगे और सस्ते होटल, धर्मशाला, मोटल, होम- स्टे, डोरमेट्री और होस्टल की सुविधा मिल रही हैं।
कुछ तो धर्मशाला या स्थान ऐसे हैं जहाँ पर निःशुल्क रुकने की व्यवस्था का लाभ ले सकते हैं। जैसे कि आप गोकुल भवन में आप रुक सकते हैं जहाँ पर आपसे कोई चार्ज नही लिया जाता हैं, यदि आप अपने से कुछ देना चाहे तो दानपात्र में या कार्यालय में दान करके रसीद ले सकते हैं।
आपने सही पहचाना यह वही गोकुल भवन हैं, जहाँ से सम्बंधित आश्रम उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले में स्थित श्री गंगाराम दास बाबा का आश्रम मानव धर्म प्रसार आश्रम हैं।
यदि आप अयोध्या 15 दिन या महीने भर या ज्यादा दिन के लिए रुकने के उद्देश्य से गये हैं तो आपको पेइंग गेस्ट का विकल्प भी बहुत से मिल जाएंगे।
इसके अलावा अयोध्या में कई रिसॉर्ट और कॉटेज या टेंट की भी सुविधा अब देखने को मिल जाएगी, बस आपको अपने बजट के अनुरूप किसी भी विकल्प का चुन कर उस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
अयोध्या में खाने-पीने की व्यवस्था
पूरी अयोध्या रामनगरी और भक्तमय हो चुकी हैं। अयोध्या को तीर्थस्थल घोषित किया जा चुका हैं अतः यहाँ पर मांसाहारी भोजन की सुविधा पूरी तरह से खत्म किया जा चुका हैं, तो जाहिर है कि कच्चा मांस की बिक्री और अन्य निरामिष पेय पदार्थों और खाद्य सामग्रियों पर प्रतिबंधित किया जा चुका हैं।
अयोध्या में आप जगह जगह स्ट्रीट फूड को एन्जॉय कर सकते हैं, जिसमें आपको फ्रूट जूस और फ्रूट सलाद, बाटी-चोखा या लिट्टी-चोखा, समोसा, पूड़ी सब्जी इत्यादि भारतीय व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।
खान पान में अपको सस्ता से महंगा रेस्टोरेंट और भोजनालय मिल जायेंगे जहाँ पर आप अपने बजट के अनुरूप व्यंजन का मजा ले सकते हैं।
कई मठ और संस्थान के तरफ से सामूहिक भंडारा और लंगर की भी व्यवस्था की जा रही हैं, जहाँ पर आप निःशुल्क भरपेट भोजन कर सकते हैं।
अयोध्या में खरीदारी क्या करें?
अयोध्या में आप प्रभु श्रीराम से जुड़े फ़ोटो, मंदिर का छोटा से बड़ा मॉडल, सजावट के सामान, पूजा से संबंधित पुस्तक और सामग्री, धार्मिक पुस्तकों को खरीदा जा सकता हैं।
आप गीताप्रेस की धार्मिक पुस्तकों को भी खरीद सकते हैं। हैंडलूम और खादी ग्रामोद्योग निर्मित कपड़ो के साथ आप अयोध्या से इलायची दाना प्रसाद के रूप में खरीद कर अपने घर ला सकते हैं।
आशा करता हूँ कि आज का लेख आपको बहुत पसंद आया होगा तो बताइए कि कब आप अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का दर्शन करने जा रहे हैं? हमें कमेंट्स करके जरूर बताइयेगा।
क्या आपने अयोध्या जा कर दर्शन कर लिया हैं? तो अपना यात्रा का अनुभव हमसे जरूर साझा करिये ताकि अन्य भक्तों या श्रद्धालुओं को वहाँ जाने में सुविधा हो सकें।
धन्यवाद।
यात्रा का अनुभव साझा करें